
उज्जैन। शहर का एक और हरा भरा क्षेत्र उजाड़ होने जा रहा है। बिनोद बिमल मिल परिसर की जमीन पर हजारों पुराने पेड़ थे जिन्हें आज सुदामा नगर में एमपीआरडीसी की रोड निकलने पर काटा जा रहा है। रात्रि में भी एक पुराने पीपल के पेड़ की कटाई की गई। नगर निगम ने बताया कि उक्त पुराने पीपल के पेड़ को पास के ही नगर वन में फिर से ट्रांसप्लांट किया जाएगा। सुदामा नगर में इन दिनों जैन मंदिर के पास एमपीआरडीसी सड़क बना रही है। इस सड़क की जड़ में करीब 210 पेड़ आए हैं। इन पेड़ों में पीपल, आम, नीम और अन्य प्रजाति के वृक्ष है।व लगातार इन वृक्षों को काटा जा रहा है।
इस संबंध में जब नगर निगम की उद्यान अधिकारी विधु कौरव से बात की गई तो उनका कहना था कि सड़क बनाने के लिए एमपीआईडीसी में पेड़ काटने की अनुमति दी है। इसके अंतर्गत उन्होंने करीब 210 पेड़ काटे हैं। उनसे पेड़ काटने की प्रतिपूर्ति राशि9 लाख-86 हजार रुपये राशि जमा करा ली गई है वहीं जो 210 पेड़ काटे हैं उनके स्थान पर उनसे नगर निगम की नर्सरी ने 2100 पौधे भी जमा करा लिए हैं जिन्हें विभिन्न स्थानों पर लगाया जाएगा। कुल मिलाकर बिनोद बिमल मिल परिसर अब उजाड़ हो जाएगा जबकि पहले यहां पेड़ पौधे होने की वजह से प्रवासी पक्षी भी निवास करते थे और राष्ट्रीय पक्षी मोर भी बड़ी संख्या में रहते थे। अब जब यह जमीन सरकारी तौर पर बिक चुकी है और अब यहां बिल्डर और अन्य संस्थाएं अपने हिसाब से इस जमीन को समतल करेगी और पेड़ पौधे कटेगी ऐसे में पक्षी कहां जाएंगे। राष्ट्रीय पक्षी मोर कहां जाकर रहेगा, यह एक बड़ा प्रश्न है तथा शहर में ऑक्सीजन का एक बड़ा माध्यम बिनोद बिमल मिल नया जंगल भी समाप्त हो जाएगा।
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