
नई दिल्ली। सरकार की तथ्य-जांच शाखा प्रेस सूचना ब्यूरो (Press Information Bureau) ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने विक्रेताओं को समोसे (Samosas), जलेबी (Jalebi) और लड्डू जैसे स्वादिष्ट भारतीय स्नैक्स और मिठाइयों (Snacks and Sweets) पर चेतावनी लेबल लगाने की सलाह नहीं दी थी।
पीआईबी ने एक्स पर पोस्ट किया, “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह में विक्रेताओं द्वारा बेचे जाने वाले खाद्य उत्पादों पर कोई चेतावनी लेबल नहीं है, और भारतीय स्नैक्स के प्रति चयनात्मक नहीं है। कुछ मीडिया रिपोर्टों का दावा है कि @MoHFW_INDIA ने समोसे, जलेबी और लड्डू जैसे खाद्य उत्पादों पर स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है।”
Some media reports claim that the @MoHFW_INDIA has issued a health warning on food products such as samosas, jalebi, and laddoo.#PIBFactCheck
✅This claim is #fake
✅The advisory of the Union Health Ministry does not carry any warning labels on food products sold by vendors,… pic.twitter.com/brZBGeAgzs
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) July 15, 2025
यह खबर उन कई रिपोर्टों के बाद आई है जिनमें दावा किया गया था कि स्वास्थ्य मंत्रालय के एक आदेश के बाद, कैफेटेरिया और सार्वजनिक स्थलों पर जल्द ही इन खाद्य पदार्थों के लिए चेतावनी प्रदर्शित की जाएगी, और नागपुर इस निर्देश का पालन करने वाला पहला शहर है। रिपोर्टों में आगे दावा किया गया है कि मंत्रालय ने एम्स नागपुर सहित सभी केंद्रीय संस्थानों को “तेल और चीनी बोर्ड” लगाने का आदेश दिया है – ऐसे स्पष्ट पोस्टर जिनमें बताया गया हो कि रोज़मर्रा के नाश्ते में कितनी वसा और चीनी छिपी होती है। यह तंबाकू जैसे जंक फ़ूड से निपटने की दिशा में पहला कदम है।
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