
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री (Prime Minister ) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) बोर्ड परीक्षा (Board Exams) 2025 से पहले देशभर के 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों से परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम (Pariksha Pe Charcha) के माध्यम से संवाद कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि किताबी कीड़ा नहीं बनना चाहिए लेकिन ज्ञान प्राप्त करने से पीछे नहीं हटना चाहिए. हमेशा कुछ ना कुछ सीखते रहना चाहिए.
हर किसी को आना चाहिए टाइम मैनेजमेंट जरूरी
पीएम ने आगे कहा कि दिन में 24 घंटे होते हैं और हर किसी को 24 घंटे ही मिलते हैं. इसी समय में से कोई बहुत अच्छा काम कर रहा है और कोई अपना समय बर्बाद कर रहा है. इसका एक ही कारण है टाइम को सही से मैनेज न करना. उनलोगों को नहीं पता है कि समय का उपयोग कैसे करना चाहिए. सबसे पहले समय पर सोचना है कि मैं अपने समय का अच्छा उपयोग कैसे करूं. कागज पर अपना टाइम टेबल लिख लीजिए और इसको फॉलो कीजिए कि कल ये काम करने हैं और अगले दिन फिर मार्क कीजिए कि काम हुआ या नहीं.
पढ़ाई के साथ-साथ रिलैक्स होना जरूरी
पीएम मोदी ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ थोड़ा रिलैक्स होने की भी जरूरत है. इसके लिए माता-पिता को समझाए कि रोबोट की तरह नहीं जी सकते, हम इंसान है. हम अपने विकास के लिए पढ़ाई करते हैं. शिशु मंदिर में आपको लगा होगा कि मैं मेहनत क्यों कर रहा हूं. इसलिए मैं कहता हूं कि बच्चों को दीवारों और किताबों में बंद करेंगे तो बच्चे की ग्रो नहीं कर सकते हैं. उन्हें खुला आसमान चाहिए. अपनी पसंद की चीजें करनी चाहिए.
लिखकर याद करने की आदत डालें
पीएम ने कहा कि सामने वाले को गलती ठीक करने से पहले उसकी अच्छाई के बारे में बताइए. अगर आप डायरेक्ट बोलेंगे तो उसे लगेगा कि सिर्फ मुझे ही क्यों कहा. पीएम ने कहा कि कोई भी उम्र क्यों ना हो, हमेशा लिखने की आदत होनी चाहिए. देसी कविताएं लिखने वाली अपने विचारों को बांधते हैं. जैसे टीचर्स एग्जाम से पहले प्रश्न और उत्तर लिखवाते हैं. इसी तरह. टीचर का काम है बच्चे की ताकत को पहचानना. बच्चे हर टॉपिक को लिख कर याद करें.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved