
नई दिल्ली । रणजी ट्रॉफी 2024-25(Ranji Trophy 2024-25 Matches) पर कब्जा विदर्भ(Capture Vidarbha) ने जमाया है। अक्षय वाडकर की टीम (Akshay Wadkar’s Team)ने नागपुर(Nagpur) में खेले ए रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में केरल के खिलाफ जीत तो दर्ज नही की, लेकिन पहली पारी की बढ़त के आधार पर विदर्भ की टीम को जीत मिल गई। विदर्भ ने तीसरी बार इस ट्रॉफी को अपने नाम किया। वहीं, केरल की टीम अपना पहला खिताब जीतने से चूक गई, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रणजी ट्रॉफी की विजेता टीम को लगभग उतनी रकम प्राइज मनी के तौर पर मिलेगी, जितनी रकम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीमों को मिलने वाली है।
7 साल के बाद रणजी ट्रॉफी टाइटल जीतने वाली विदर्भ की टीम को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई से 5 करोड़ रुपये प्राइज मनी के तौर पर मिलेंगे। लगभग इतनी ही रकम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में पहुंच चुकी हर एक टीम को मिलने वाली है। बीसीसीआई ने अप्रैल 2023 में घरेलू टूर्नामेंट की प्राइज मनी में बढ़ोतरी की थी। वहीं, आईसीसी ने फरवरी 2025 में इस बात का ऐलान किया था कि सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीम को करीब 5 करोड़ रुपये (5 लाख 60 हजार यूएस डॉलर) मिलेंगे।
वहीं, अगर रणजी ट्रॉफी की उपविजेता को मिलने वाली प्राइज मनी की बात करें तो इस बार की रनरअप रही केरल की टीम को 3 करोड़ रुपये का इनाम मिलने वाला है। वहीं, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की विजेता टीम को 2.24 मिलियन यूएस डॉलर यानी करीब 20 करोड़ रुपये, जबकि उपविजेता को 1.12 मिलियन डॉलर यानी करीब 10 करोड़ रुपये मिलने वाले हैं। बीसीसीआई ने दो साल पहले ही घरेलू टूर्नामेंट की प्राइज मनी में 60 से 300 फीसदी तक की बढोतरी की थी। महिलाओं के टूर्नामेंट में तो ये 700 फीसदी से भी ज्यादा चली गई थी। पहले रणजी ट्रॉफी जीतने वाली टीम को 2 करोड़ रुपये मिले थे, लेकिन जय शाह ने बोर्ड के सचिव रहते हुए उस प्राइज मनी में बड़ा बदलाव किया था।
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