
इंदौर। महीनों से उद्घाटन का रास्ता देख रही मल्हारगंज और राऊ तहसील का आखिरकार फीता कट ही गया। आठ विधानसभा की जद में आ रही एकमात्र मल्हारगंज तहसील छह विधायकों की आपसी खींचतान का कारण बन गई थी। सांवेर और एक नंबर विधानसभा क्षेत्र के विधायक मंत्री भी इसी सूची में शामिल थे, लेकिन प्रशासन ने उद्घाटन के शिलालेख को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल पर ही ले जाकर तहसील कार्यालय का उद्घाटन करा लिया।
कलेक्टर कार्यालय में चार कमरों में चल रही मल्हारगंज तहसील को आखिरकार अब अपना खुद का ठिकाना मिल गया है। सुपर कॉरिडोर क्षेत्र में महीनों पहले ही तहसील कार्यालय का निर्माण कर लिया गया था। नेट कनेक्शन, लाइट, पानी जैसी जरूरी सुविधाएं भी चाकचौबंद कर ली गई थीं, उसके बावजूद भी कार्यालय का स्थानांतरण उद्घाटन नहीं होने के कारण अटका पड़ा था। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आठ विधानसभा क्षेत्र की जद में आने के कारण मल्हारगंज तहसील कार्यालय का उद्घाटन फीता काटने के लिए विधायकों की बाट जोह रही थी। हर विधायक तहसील कार्यालय का उद्घाटन करना चाहता था। अधिकारियों में असमंजस की स्थिति थी कि इस खींचतान को वह कैसे खत्म करें। आखिरकार कल मुख्यमंत्री के हाथों बिना किसी को भनक लगे गुपचुप तरीके से शिलालेख का उद्घाटन कराकर राह आसान कर ली गई। अपने-अपने क्षेत्र में तहसील कार्यालय के निर्माण हो जाने के बावजूद भी विधायको की खींचतान बनी हुई थी, वहीं सांवेर और 1 नंबर विधानसभा के विधायक मंत्री पद संभाल रहे हैं, ऐसे में किसकी दावेदारी हो यह एक सवाल अधिकारियोंके समक्ष बना हुआ था। अधिकारी दोनों को ही नाराज नहीं करना चाहते थे। बीच का रास्ता निकाला गया और सीधे मुख्यमंत्री के हाथों ही उद्घाटन करा लिया गया।
चर्चाओं का दौर चला,विधायकों को भी नहीं लगी भनक
लंबे समय से चल रही इस उलझन की चर्चा कलेक्टर कार्यालय में हर विभाग में की जा रही थी। कर्मचारियों के बीच चर्चाओं का दौर कल देर शाम खबर लगते ही एक बार फिर चल पड़ा। मंगलवार की शाम मल्हारगंज तहसील कार्यालय को साफ कराया जा रहा था, लेकिन किसी को भी उद्घाटन की जानकारी नहीं दी गई थी। हालांकि राऊ विधानसभा तहसील कार्यालय का उद्घाटन राऊ विधायक के हाथों ही कराया जाना था, लेकिन कल उन्हें भी इसकी भनक नहीं लगी और मुख्यमंत्री के हाथों उनके क्षेत्र की तहसील कार्यालय का उद्घाटन भी हो गया।
सोमवार से शुरू हो सकती है शिफ्टिंग
कार्यालय बनने के बाद लोकसेवा केंद्र सहित नेट कनेक्शन सहित जरूरी व्यवस्थाएं अधिकारी पहले ही जुटा चुके थे। दो बार तारीख दिए जाने के बावजूद भी मल्हारगंज तहसील का उद्घाटन नहीं हो पाया था। हालांकि इस दौरान भी विभाग के एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पटवारियों ने बस्ते बांधकर जाने की तैयारी कर ली थी। सोमवार से लगभग दस्तावेजों और सामान को भेजने की कार्रवाई शुरू की जा सकती है।
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