
रतलाम: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के कई इलाकों में बहुत से चमत्कारी मंदिर (Miraculous shrine) है, इनके चमत्कारों के चलते दूर-दूर से लोग यहां दर्शन करने पहुंचते हैं. इन मंदिरों के चमत्कार लोगों के लिए रहस्य बने हुए हैं तो कुछ लोगों के लिए यह आस्था का विषय है. 26 फरवरी को देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व (Festival of Mahashivaratri) मनाया जाएगा, ऐसे में मध्यप्रदेश के रतलाम में अद्भुद शिव मंदिर है, जहां चमत्कारिक प्रसाद मिलता है. जिसे खाने से सूनी गोद भर जाती है.
इस मंदिर में मिलने वाले इस चमत्कारिक प्रसाद को खाने के लिए बड़ीं संख्या में महिलाएं पहुंचती है. रतलाम के बिलपांक गांव में विरुपाक्ष महादेव का मंदिर है, जहां महाशिवरात्रि पर दर्शन करने लाखो श्रद्धालु आते हैं. वहीं महाशिवरात्रि केअगले दिन यज्ञ पूर्णाहुति के साथ विशेष खीर का वितरण किया जाता है. इस प्रसाद को लेकर श्रद्धालुओं में आस्था है कि जिन महिलाओं को संतान प्राप्ति में बाधा है उन्हें इस प्रसाद को खाने के बाद संतान की प्राप्ती होती है और सूनी गोद भर जाती है.
मंदिर में मिलने वाली खीर को खाने के लिए महाशिवरात्रि से पहले ही भक्तों को जमावड़ा लगना शुरू हो गया है. यहां श्रद्धालु आने शुरू हो गए हैं और सभी शिवरात्रि के अगने दिन खीर प्रसाद लेकर यहां से वापस लौटेंगे. बड़ी संख्या में महिलाएं यहां पहुंच रही हैं. बता दें कि इस प्रसाद को खाने के बाद जिन्हें संतान की प्राप्ति होती है, वह बच्चे के वजन से मंदिर में प्रसाद चढ़वाकर यहां वितरित करते हैं.
विरुपाक्ष महादेव का यह मंदिर भी बड़ा अद्भुत और चमत्कारी है. 64 खंभों वाले इस मंदिर में खंभों की गिनती की भूल भुलैया ऐसी है की इन्हें एक बार मे कोई नही गिन सकता, और प्राचीन कालके इस निर्माण तकनीक को देखने भी श्रद्धालु सालभर यहां आते हैं. वहीं फिलहाल मंदिर में हवन चल रहा है और इस हवन की आहुतियों की आंच में यह चमत्कारी प्रसाद हो रहा है जो हवन कुंड के ऊपर रख दिया गया है.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved