img-fluid

ये पॉलिटिक्स है प्यारे

July 28, 2025

निगम की कार्रवाई से बचने के लिए विधायक का बोर्ड
नगर निगम द्वारा वैसे तो शहर में कहीं भी खुले में बिकने वाले मांस मटन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। यदा-कदा कोई कार्रवाई हो जाती है। पिछले दिनों रानीपुरा क्षेत्र में निगम की टीम ने जाकर खुले में मांस-मटन बेचने वालों के चालान बना दिए। इसके साथ ही इन विक्रेताओं को यह चेतावनी दी गई कि अब अपनी दुकान को समेट लें, अन्यथा उनका सारा सामान जब्त कर लिया जाएगा। नगर निगम द्वारा दी गई चेतावनी के बाद भी कारोबार करने का रास्ता इन व्यापारियों ने निकाल लिया। इनके द्वारा रानीपुरा में कारोबार के स्थान के पास में क्षेत्र के विधायक गोलू शुक्ला के फोटो वाला बोर्ड लगा दिया गया है। इसके साथ ही इस बोर्ड पर क्षेत्र के भाजपा नेताओं के नाम लिख दिए गए हैं। बस इतना होते ही निगम की कार्रवाई और चेतावनी पर ब्रेक लग गया है। इसे कहते हैं कारोबार में राजनीति…

भाजपा में परिक्रमा
भाजपा संगठन में इन दोनों परिक्रमा का दौर शुरू हो गया है। इसके पीछे कारण राज्य सरकार के द्वारा जल्द ही की जाने वाली नियुक्तियां है। लाभ के पद पर नियुक्ति पाने के लिए भाजपा के कई नेता मचल रहे हैं। कई नेता जो की पूर्व में अलग-अलग पदों पर रह चुके हैं, वह अब एक बार फिर सरकार की ओर से किसी अच्छे पद पर जाकर आनंद प्राप्त करना चाहते हैं। सरकार की नियुक्ति में संगठन का हस्तक्षेप निश्चित तौर पर ताकतवर रहता है। ऐसे में पद पाने के अभिलाषी भाजपा के नेता परिक्रमा लगाने में लग गए हैं। कोई स्थानीय स्तर पर परिक्रमा लगाकर अपनी गोट जमाने की कोशिश कर रहा है, तो कोई भोपाल से जादू दिखाने के प्रयास में लग गया है। कुछ नेता ऐसे भी है, जो कि यह मानकर चल रहे हैं कि संगठन के प्रति उनका समर्पण और अब तक निभाई गई जिम्मेदारी के आधार पर उनका नाम तो अपने आप ही नियुक्ति के लिए चयन किए गए नेताओं की लिस्ट में आ जाएगा तो ऐसे लोगों को अब यह समझना चाहिए कि समझ-समझ के जो ना समझे, समझो वह तो ना समझ है…

निगम के नेता नगरी की पोल खुल गई
नगर निगम में अलग-अलग पदों पर बैठे नेताओं के द्वारा किए जा रहे दावों की पोल इस बार भी अब तक की बारिश में खुलकर सामने आ गई है। वैसे तो इंदौर अवर्षा की स्थिति की तरफ बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। पिछले सालों की तुलना में बहुत कम बारिश हुई है, लेकिन जितनी बारिश हुई इतनी बारिश में ही शहर में बदहाल स्थिति बन गई। नाला टैपिंग का जादू होने के बाद से शहर की सडक़ 1 से 2 इंच बारिश में नदी के रूप में तब्दील हो जाती है। इस स्थिति को बदलने के लिए नेताओं ने जितने दावे किए वह सारे दावे केवल जबानी जमा खर्च बनकर रह गए। निगम के नेताओं के द्वारा बार-बार यही चेतावनी दी जाती है कि इस बार तो हो गया, लेकिन आगे से ऐसा नहीं चलेगा। जिस स्थान पर पानी का जमाव होता है ऐसे स्थानों से पानी की निकासी की स्थाई व्यवस्था कर दी जाएगीं। समय बीतते जाता है लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था नहीं हो पाती है, इसीलिए तो कहते हैं दूर के ढोल सुहाने ….

साथी का साथ नहीं रहा
भाजपा की नगर इकाई का भी गठन होने वाला है। इस नगर इकाई में आने के लिए भी बहुत सारे नेता ताकत लगाने में लगे हुए हैं। इन नेताओं की कोशिश है कि नगर में सम्मानजनक पद पर आ जाए तो शहर में झांकी जमी रहेगी। भारतीय जनता युवा मोर्चा के महामंत्री धीरज ठाकुर भी नगर इकाई में पद पाने के लिए ताकत लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि उनकी ताकत को रोकने के लिए युवा मोर्चा के ही नगर अध्यक्ष सौगात मिश्रा ने मोर्चा खोल लिया है। मिश्रा नहीं चाहते हैं कि उनका यह साथी ऊपर के संगठन में चला जाए। ऐसा खेल शुरू होने के बाद अब भाजपा कार्यालय पर चटकारे लेकर इस घटनाक्रम के किस्से सुनाए जा रहे हैं। देखना है कि सुमित मिश्रा का हाथ इन दोनों में से किसके साथ रहेगा…

ऐसे में क्या करें महापौरजी…
पिछले दिनों सोशल मीडिया पर खजराना के फ्लाईओवर ब्रिज का बात कर एक फर्जी वीडियो वायरल कर दिया गया। यह ब्रिज इंदौर विकास प्राधिकरण ने बनाया है और इसके कामकाज से नगर निगम का दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है। इसके बाद भी ज्ञानियों ने महापौर को सलाह दे दी और उन्होंने चेतावनी जारी कर दी कि इंदौर की छवि खराब मत करो वरना ठीक नहीं होगा। बस यह चेतावनी जारी हुई और लोग पिल पड़े। शहर में हुए जलजमाव के दर्जनों वीडियो सोशल मीडिया पर चलने लगे और महापौर से सवाल किया जाने लगा कि क्या इससे इंदौर की छवि खराब नहीं होगी? इन सवालों का कोई जवाब महापौर के पास नहीं था। अब सवाल पूछने वालों को कौन बताए कि महापौर का ध्यान पर्यावरण को बचाने सौर ऊर्जा में इंदौर को नंबर वन बनाने, रेड लाइट आन इंजन ऑफ जैसे अभियान चलाने में है। अभी उनके एजेंडा में सडक़ के गड्ढे नहीं आए हैं…

कांग्रेस में ढांक के दो पात…
कांग्रेस हाई कमान ने मध्य प्रदेश में नवसृजन अभियान चलने का फैसला लिया… देशभर के अलग-अलग प्रदेशों के नेताओं को प्रदेश के शहर और जिला अध्यक्ष के बारे में राय जानने के लिए भेजा… यह दावा किया गया कि इस बार निष्पक्ष तरीके से बिना किसी कोटा के अध्यक्षों की नियुक्ति होगी। किसी अयोग्य व्यक्ति को केवल किसी नेता का वरदहस्त होने के कारण अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा, बल्कि योग्य व्यक्ति को ही प्राथमिकता दी जाएगी। ऐसे सारे दावे करने के बाद अब अध्यक्षों की नियुक्ति की बेला पास में आ गई है। कांग्रेस के अंदर खाने से जो खबर छनकर बाहर आ रही है, उसके अनुसार अगस्त के दूसरे सप्ताह में नए अध्यक्षों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। इसके साथ ही जानकारी तो यह भी आ रही है कि प्रदेश के कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं ने मतभेदों को दरकिनार करते हुए एकता का सूत्र अपना लिया है। अब यह नेता मिलकर पर्यवेक्षकों की राय पर अपनी पसंद को हावी करने में लग गए हैं।

भोजन के साथ शुरू हो गई राजनीति
प्रदेश भाजपा के नए-नए मुखिया हेमंत खंडेलवाल ने यह निर्देश जारी किया है कि सभी नेताओं के बीच एकता आए, इसके लिए जरूरी है कि हर महीने सभी नेता किसी एक नेता के घर पर भोजन करने के लिए जाएं। इस निर्देश के परिणामस्वरूप प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने निवास पर पहला भोज रख लिया। इस भोजन में भाग लेने के लिए सांसद, चार विधायक और नगर अध्यक्ष पहुंचे। संगठन के निर्देश पर शुरू हुए इस आयोजन में भी भाजपा के कुछ विधायक नहीं पहुंचे और भोजन के साथ शुरू हुई राजनीति अब नई गुटीय राजनीति में तब्दील होती हुई नजर आ रही है…
– डॉ जितेन्द्र जाखेटिया

Share:

  • FIR दर्ज करने के साथ 18 फर्जी रजिस्ट्रियों की पुलिसिया जांच शुरू

    Mon Jul 28 , 2025
    कलेक्टर के निर्देश पर थाना पंढरीनाथ ने अज्ञात के खिलाफ दर्ज की एफआईआर अब फॉरेंसिक जांच के बाद असल आरोपियों के नाम होंगे तय, नई शिकायतें भी मिली इंदौर। अग्रिबाण (Agniban) द्वारा उजागर इंदौर (Indore) के फर्जी रजिस्ट्री कांड में कलेक्टर आशीष सिंह (Ashish Singh) के निर्देश पर तीन दिन पहले पंजीयन विभाग ने थाना […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved