
इन्हें चिंता है मौत की और उन्हें चिंता है वोट की
हेलमेट (helmet) को लेकर जब प्रशासन और भाजपा (BJP) के बीच बातचीत शुरू हुई तो कलेक्टर आशीष सिंह (collector Ashish Singh) ने भाजपा नेताओं (Leaders) से साफ शब्दों में कहा कि यदि हेलमेट लगाने से वाहन दुर्घटना से होने वाली मौत में दो मौत भी कम होती हैं तो हमारा हेलमेट लगवाना सार्थक हो जाएगा। कलेक्टर की इस बात को सुनकर भाजपा के नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने कहा कि हेलमेट को अनिवार्य करने से पनप रहे विरोध के कारण यदि हमारे दो वोट भी कम हो जाते हैं तो हेलमेट लगाना निरर्थक हो जाएगा। इस बातचीत में मौत बनाम वोट का मामला सामने आ गया तो फिर बीच का तीसरा रास्ता निकालने की कोशिश शुरू हुई। अब सभी सामाजिक संगठनों और व्यापारिक संगठनों को शामिल करते हुए एक तरफ जहां लोगों को फ्री में हेलमेट देंगे तो वहीं दूसरी तरफ हेलमेट को अनिवार्य करने से होने वाले वोटों के संभावित नुकसान को भी रोकने का प्रबंध किया जाएगा। इसे कहते हैं पॉलिटिकल मैनेजमेंट… अब काम करेंगे सामाजिक संगठन और इसका लाभ पाएंगे प्रशासन और भाजपा के नेता।
जब विजयवर्गीय को फोन लगाकर कहा- आपको वार्ड में जाना है
राजनीति में कब, कहां, क्या हो जाए इसका कोई भरोसा नहीं रहता। पिछले दिनों भाजपा ने इंदौर नगर निगम में पार्टी की परिषद के 25 साल पूरे होने का कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए पार्टी द्वारा यह निश्चित किया गया कि शहर के 85 वार्ड में से हर वार्ड में एक बड़े नेता को भेजा जाएगा, जिसमें से हर विधायक को भी एक वार्ड में जाना होगा। हर पूर्व विधायक को भी एक वार्ड में जाना होगा। पार्टी के कार्यालय से नगर इकाई के एक वर्तमान पदाधिकारी द्वारा सभी नेताओं को फोन लगाकर यह जानकारी दी गई कि उन्हें किस वार्ड में आयोजित 25 साल के उत्सव में भाग लेना है। इस दौरान पदाधिकारी ने प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को भी फोन लगा दिया और बोल दिया कि विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 के विधायक के रूप में आपको एक वार्ड के कार्यक्रम में भाग लेना है। इस प्रकार पदाधिकारी की बात सुनकर विजयवर्गीय हतप्रभ रह गए। बाद में इस घटनाक्रम की जानकारी भाजपा के बड़े नेताओं को लगी तो फिर लीपापोती शुरू हुई। मंत्रीजी तक संदेश भेजा गया कि आपको तो वर्चुअल जुडक़र सभी 85 वार्ड के कार्यक्रम को संबोधित करना है। जिस पदाधिकारी से यह चूक हुई थी वह अब सभी से माफी मांग रहे हैं, ताकि नई कार्यकारिणी में भी उनका स्थान बना रह सके।
मालिनी खेमे के विरोध पर डाल दिया पानी
इंदौर नगर निगम की वर्तमान परिषद के कार्यकाल के 3 साल पूरे होने पर महापौर ने जश्न का आयोजन रखा। इस जश्न में प्रदेश के किसी नेता के नहीं आने के कारण वैसे ही कार्यक्रम फीका हो गया था। फिर भी यह कार्यक्रम 85 वार्ड में एक साथ एक ही समय पर आयोजित किया गया। ऐसी पहल पहली बार हो रही थी। इस स्थिति के कारण उत्साह का माहौल था। इस दौरान विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4 की विधायक मालिनी गौड़ के समर्थकों द्वारा 9 वार्ड में कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया। कार्यक्रम न करने के पीछे पार्टी को यह कारण बताया गया कि पिछले 3 साल में हमारे वार्डों में कोई काम ही नहीं हुए हैं तो हम कार्यक्रम किस नाम पर करें। जब मीडिया ने इन वार्डों के पार्षदों से पूछताछ की तो हर किसी के पास अलग कारण और अलग कहानी थी। कोई अपनी व्यस्तता की बात कर रहा था तो कोई इंदौर से बाहर होने की कहानी सुना रहा था। कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी अपने पास होने से हर पार्षद पल्ला झाड़ रहा था। अब यह मामला तो पार्टी के लिए गंभीर हो गया था, लेकिन पार्टी के नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने इस मामले को गंभीरता से लेने से ही इनकार कर दिया। पार्टी ने तो ऐसा व्यवहार प्रदर्शित किया, जैसे कि कुछ हुआ ही नहीं…
भाजपा कार्यालय में नहीं मना रक्षाबंधन
हर साल रक्षाबंधन के त्योहार के पहले भाजपा कार्यालय में रक्षाबंधन मनाया जाता है। इसमें भाजपा की सभी महिला नेत्रियां और कार्यकर्ता आती हैं तथा पार्टी कार्यालय पर पार्टी के नगर अध्यक्ष एवं विधायकों को राखी बांधती हैं। इस कार्यक्रम के आयोजन की परंपरा बहुत पुरानी है। कहावत है कि हर परंपरा बनती ही टूटने के लिए है। बस यही कहावत भाजपा में फिट होती हुई नजर आ रही है। इस साल भाजपा कार्यालय पर रक्षाबंधन का आयोजन करने की परंपरा टूट गई। इस बार इस तरह का कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया। अब शायद नई परंपरा यही होगी कि दूसरे दलों की तरह भाजपा में भी इस तरह के कार्यक्रम बंद हो जाएंगे।
कांग्रेस में क्राइसिस मैनेजमेंट तेज
कांग्रेस में नए जिला और नगर अध्यक्ष की घोषणा के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है। यह माना जा रहा है कि 12 अगस्त से 20 अगस्त के बीच में नए नाम की घोषणा हो जाएगी। पार्टी द्वारा मध्यप्रदेश में जो सृजन अभियान चलने का ऐलान किया गया था, ऐसा लगता है कि इस अभियान के सृजन पर नेताओं की गुटबाजी और अपने प_े को आगे बढ़ाने की कोशिश ने पानी फेर दिया है। पर्यवेक्षकों के सामने जो दावेदार मजबूती के साथ उभरकर सामने आए थे उनके नाम अब नियुक्त होने वाले अध्यक्ष की सूची में पीछे की तरफ फेंक दिए गए हैं। इस स्थिति से पार्टी को आशंका है कि कहीं ऐसा न हो कि जब अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो तो बड़ी संख्या में पार्टी के नेता पार्टी छोड़ दें और जमकर बयानबाजी होने लगे। इस स्थिति को रोकने के लिए कांग्रेस में क्राइसिस मैनेजमेंट शुरू हो गया है। अध्यक्ष पद के लिए दावेदार बनकर उभरे नेताओं को अब पद नहीं मिलने की स्थिति के लिए भविष्य का लॉलीपॉप देकर पुचकारा जा रहा है। ऐसे ही एक दावेदार को रविवार के दिन प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी अपने साथ कार में बैठाकर ले गए। जिन्हें समझाया जा रहा है उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि वह दौड़ से बाहर हो गए हैं…
कांग्रेस में रक्षाबंधन का बढ़ता दायरा
सांवेर विधानसभा क्षेत्र से पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी रहीं रीना बौरासी सेतिया द्वारा हर साल रक्षाबंधन पर कार्यक्रम के आयोजन का सिलसिला शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम में पिछले साल तो सांवेर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को बड़ी संख्या में बुलाया गया था और राखी बांधने के साथ में भोजन भी कराया गया था। इस साल यह कार्यक्रम खजराना के गणेश मंदिर के प्रवचन हॉल में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में इस बार केवल सांवेर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को नहीं बुलाते हुए महू, राऊ और देपालपुर के लोगों को भी शामिल किया गया। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाषण देते हुए सभी को राखी की सौगंध दिलवाई और कहा कि रीना के साथ गद्दारी मत करना। अब कांग्रेस में इस आयोजन और पटवारी के भाषण के अर्थ ढूंढे जा रहे हैं…
-डॉ. जितेन्द्र जाखेटिया
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