मुंबई। बॉलीवुड एक्टर अरुण बख्शी (Arun Bakshi) को अपने कई फिल्मों में नेगिटिव किरदारों में देखा होगा। लेकिन कम ही लोग जानते हैं वो एक्टिंग के साथ सिंगिंग में भी कमाल कर चुके हैं। अरुण (Arun Bakshi) ने अपने करियर में कई शानदार फिल्मों में काम किया, टीवी शोज़ भी किए और यादगार गाने भी गाए। अरुण ने फिल्म आंखें, गोपी किशन, हफ्ता वसूली जैसी कई फिल्मों में आवाज दी है और 300 से अधिक गाने गाए। लेकिन उनके जीवन से जुड़ा एक ऐसा भी किस्सा है जिसे वो कभी नहीं भूल सकते। म्यूजिक डायरेक्टर अनु मलिक ने उनके साथ ऐसा बर्ताव किया था जिसे वो आज तक नहीं भूले। उन्होंने अपनी बेइज्जती का बदला भी लिया था।
अरुण बख्शी की शुरुआत
1985 या 1986 के दौर की बात है। उस वक्त अरुण बख्शी एक स्ट्रगलर थे। उनका फिल्मी सफर शुरू हो चुका था, लेकिन उन्हें अभी अपनी पहचान बनानी थी। इसी बीच उनके दोस्त डायरेक्टर अशोक त्यागी और प्रोड्यूसर टीपी अग्रवाल ने एक फिल्म का एलान किया जिसका नाम था ‘मेरा ईमान’। इस फिल्म में धर्मेंद्र और गोविंदा लीड किरदार निभाने वाले थे और स्मिता पाटिल भी इसमें नज़र आने वाली थीं। डायरेक्टर अशोक त्यागी चाहते थे कि अरुण बख्शी न सिर्फ इस फिल्म में एक्टिंग करें, बल्कि एक गीत की चार लाइन भी गाएं। इसी सिलसिले में अरुण बख्शी को फिल्म के संगीतकार अनु मलिक से मिलवाया गया।
लेकिन जैसे ही अनु मलिक ने अरुण बख्शी को देखा और कहा, “इससे गवाएंगे?” यह बात सुनकर अरुण बख्शी हैरान रह गए, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा। डायरेक्टर के कहने पर रिकॉर्डिंग शुरू हुई। सुबह साढ़े 11 बजे शुरू हुई वह रिकॉर्डिंग शाम के करीब साढ़े छह बजे तक चली, लेकिन गाना पूरा नहीं हो पाया। अरुण बख्शी जितना भी अच्छा गाते, अनु मलिक हर बार उनकी आवाज़ को रिजेक्ट कर देते। बीच-बीच में तंज कसते कि “ये कैसी आवाज है?”
खुद चाहते थे गाना
अरुण बख्शी ने बाद में एक इंटरव्यू में बताया कि दरअसल अनु मलिक खुद वो चार लाइनें गाना चाहते थे, जो उनसे गवाई जा रही थीं। इसी वजह से वो बार-बार रिकार्डिंग खींचते जा रहे थे। आखिरकार डायरेक्टर अशोक त्यागी और प्रोड्यूसर टीपी अग्रवाल का सब्र टूट गया। उन्होंने अनु मलिक से कहा, “आप हमारे सिंगर को हैरेस कर रहे हो। अरुण बख्शी ने जितनी बार भी गाया है, हमें सब अच्छा लगा है।” इसके बाद अनु मलिक को मजबूरी में गाना ओके करना पड़ा।
बेइज्जती का बदला
हालांकि ‘मेरा ईमान’ फिल्म कभी रिलीज़ नहीं हो सकी, लेकिन अरुण बख्शी एक्टिंग और सिंगिग में अपनी पहचान बना चुके थे। फिर एक बार महबूब स्टूडियो में अरुण की मुलाकात अनु मलिक से हुई। म्यूजिक कंपोजर ने अरुण को अपने सामने देखते ही उन्हें गले लगाने की कोशिश की और ऐसा बर्ताव किया जैसे दो दोस्त सालों बाद मिल रहे हो। लेकिन अरुण बख्शी ने उन्हें दूर धकेलते हुए साफ कर दिया कि वो उनके पास नहीं आ सकते। अनु मलिक वहां से चले गए।
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