नई दिल्ली । अफ्रीका में इबोला (Ebola in Africa) और जीका वायरस के बाद एक और खतरनाक वायरस (Dangerous Virus) ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। यह वायरस सेंट्रल अफ्रीका के कॉन्गो (Congo of Africa) में तेजी से फैल रहा है और अब तक 50 से अधिक लोगों की जान ले चुका है। सोमवार को डॉक्टरों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस वायरस के बारे में कुछ हैरान करने वाली जानकारी दी। डॉक्टरों का कहना है कि इस वायरस के लक्षण दिखने के बाद मरीज महज 48 घंटों में मौत के मुंह में समा रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, कांगो में इस नए वायरस का प्रकोप 21 जनवरी से शुरू हुआ और अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 419 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं WHO के अफ्रीका कार्यालय के मुताबिक, बोलोको शहर में यह वायरस सबसे पहले तब फैलने लगा जब तीन बच्चों ने चमगादड़ खाया, और कुछ ही समय में रक्तस्रावी बुखार के लक्षण दिखने के बाद उनकी मौत हो गई, जो महज 48 घंटे के भीतर हो गई।
अफ्रीका में इस वायरस के मामलों में 60% से अधिक की वृद्धि देखने को मिली है। लंबे समय से यह चिंता जताई जाती रही है कि ऐसे क्षेत्रों में, जहां जंगली जानवरों को खाने की आदत है, इंसानों में बीमारियां फैल सकती हैं। WHO ने 2022 में कहा था कि पिछले दशक में इस प्रकार के प्रकोपों में 60% की बढ़ोतरी हुई है। 9 फरवरी को बोमेटे शहर में इस रहस्यमयी बीमारी के दूसरे प्रकोप के बाद, 13 संदिग्ध मामलों के नमूने कांगो की राजधानी किंशासा में स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर बायोमेडिकल रिसर्च को भेजे गए थे।
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