
नई दिल्ली: ड्रोन वॉरफेयर में भारत एक गेम चेंजर बनने जा रहा है. क्योंकि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बेहद खास कैट्स-वॉरियर ड्रोन तैयार किया है. खुद रक्षा मंत्रालय के डिफेंस प्रोडक्शन विभाग ने देश के इस स्टील्थ ‘विंगमैन’ के बारे में जानकारी साझा की है. इसी साल फरवरी में बेंगलुरु में आयोजित एयरो-इंडिया प्रदर्शनी में एचएएल ने कैट्स वॉरियर का मॉडल प्रदर्शित किया था. ये कोई ऐसा-वैसा ड्रोन नहीं बल्कि ऐसा कॉम्बैट यूएवी (अनमैन्ड एरियल व्हीकल) है जो एलसीए-तेजस जैसे फाइटर जेट के साथ उड़ान भरने के लिए तैयार किया गया है.
इस कैट्स वॉरियर का कंट्रोल भी फाइटर जेट के हाथों में होगा. जानकारी के मुताबिक, जंग के दौरान ये कॉम्बैट यूएवी, फाइटर जेट से आगे फ्लाई करेगा और रणभूमि (एयर-स्पेस) की पूरी जानकारी पायलट को देता रहेगा. क्योंकि ये कॉम्बैट यूएवी है, ऐसे में ये दुश्मन की सीमा में घुसकर मिसाइल या फिर बम से हमला भी कर सकता है. जरूरत पड़ने पर हाई रिस्क टारगेट के खिलाफ ये खुद को तबाह भी कर सकता है. क्योंकि पायलट के द्वारा उड़ाए जाने वाले लड़ाकू विमान ऐसा नहीं कर सकते हैं.
कैट्स वॉरियर का उद्देश्य है कि दुश्मन की एयर-स्पेस में दाखिल होने के दौरान फाइटर पायलट को कोई नुकसान ना हो. साथ ही पायलट को बैटलफील्ड की स्थिति के बारे में पहले से ही जानकारी हासिल की जा सके. क्योंकि कैट्स वॉरियर, फाइटर जेट के आगे फ्लाई कर बैटलफील्ड की पहले से जानकारी दे सकता है.
कैट्स वॉरियर की मारक क्षमता को देखते हुए ही रक्षा मंत्रालय ने इसे अनमैन्ड कॉम्बैट का गेम-चेंजर करार दिया है. हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारतीय वायुसेना के रफाल और सुखोई फाइटर जेट ने पाकिस्तानी की सीमा में दाखिल न होने के बजाए अपनी ही सीमा से लंबी दूरी की स्टैंड ऑफ मिसाइल और बम दागे थे. क्योंकि दुश्मन की सीमा में एयर डिफेंस सिस्टम का खतरा बना रहता है.
वर्ष 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 फाइटर जेट आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर हवाई हमला करके आए थे. उस दौरान मिराज लड़ाकू विमानों को पाकिस्तान की एयर-स्पेस में दाखिल होना पड़ा था. ऐसे मिशन में दुश्मन की एयर डिफेंस सिस्टम से खतरा हमेशा बना रहता है. साथ ही फाइटर पायलट के हताहत होने का भी खतरा बना रहता है. जैसा कि विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तानी फाइटर जेट के साथ डॉग फाइट के दौरान हुआ था.
कैट्स वॉरियर एक कॉम्बैट ड्रोन है और इसे मिसाइल और बम से लैस किया जा सकता है. ऐसे में ये दुश्मन देश की सीमा में जाकर हमला भी कर सकता है. कैट्स वॉरियर में हवा से हवा में मार करने वाली दो मिसाइल और दो ही हवा से जमीन (स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड वेपन) को भी इंटीग्रेट किया जा सकता है. इन खूबियों के लिए ही कैट्स वॉरियर को ‘लॉयल विंगमैन’ का नाम भी दिया गया है. क्योंकि ये ‘मदरशिप-एयरक्राफ्ट’ के आदेश पर दुश्मन की सीमा में डीप-स्ट्राइक मिशन को भी अंजाम दे सकता है.
एचएएल के मुताबिक, कैट्स वॉरियर का वजन करीब दो टन है और ये 9000 मीटर की ऊंचाई कर फ्लाई कर सकता है. साथ ही ये 300 किलोमीटर के रेडियस में कोई भी बड़ा एक्शन करने में सक्षम है.
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