
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश (UP) के मुख्यमंत्री (CM) योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) ने कहा कि प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आगरा में राम मंदिर में काम करने वाले निर्माण श्रमिकों (workers) का सम्मान किया और कैसे ताजमहल (Taj Mahal) के लिए काम करने वाले श्रमिकों के हाथ “काट दिए गए (hands chopped).” भारतीय जनता पार्टी सरकार के तहत श्रम शक्ति के लिए ‘सम्मान’ की सराहना करते हुए सीएम ने ये बातें कहीं. यूपी के मुख्यमंत्री मुंबई में विश्व हिंदू आर्थिक मंच (डब्ल्यूएचईएफ) के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
कपड़ा उद्योग में काम करने वाले श्रमिकों के भी हाथ काटे गए: योगी
सीएम योगी ने शनिवार को अपने संबोधन में कहा, “आपने देखा होगा कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का निर्माण करने वाले श्रमिकों का सम्मान कर रहे थे. एक तरफ जहां पीएम उन पर फूल बरसा रहे थे, वहीं दूसरी तरफ, इससे पहले की स्थिति ऐसी थी कि ताजमहल का निर्माण करने वाले श्रमिकों के हाथ काट दिए गए थे.” उन्होंने कहा कि इतिहास में बढ़िया कपड़ा उद्योग में काम करने वाले श्रमिकों के भी हाथ काट दिए गए थे, जिससे एक पूरी परंपरा और विरासत नष्ट हो गई.
यूपी के सीएम ने कहा, “आज भारत अपने श्रमबल का सम्मान करता है, उन्हें हर तरह की सुरक्षा देता है. दूसरी तरफ ऐसे शासक भी थे, जिन्होंने मजदूरों के हाथ काट दिए और बढ़िया कपड़े की विरासत को नष्ट कर दिया, परंपरा को पूरी तरह नष्ट कर दिया.”
पहली से पंद्रहवीं शताब्दी के बीच विश्व की अर्थव्यवस्था में भारत के ऐतिहासिक योगदान के बारे में बात करते हुए सीएम योगी ने कहा, “पहली शताब्दी से लेकर 15वीं शताब्दी तक यूरोप से जुड़े विद्वान भी स्वीकार करते हैं कि उस समय विश्व अर्थव्यवस्था में भारत की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत से अधिक थी और 15वीं शताब्दी तक यही स्थिति रही.”
संभल को लेकर सीएम का बयान
मुंबई के बीकेसी स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में 13 दिसंबर को ‘विश्व हिंदू आर्थिक मंच’ की शुरुआत हुई और यह 15 दिसंबर तक चलेगा. सीएम ने भारत को ‘पहचान के संकट’ से बाहर निकालने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की. उन्होंने संभल में मिले मंदिर की पृष्ठभूमि में कहा, “आज जो लोग आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं और उसका पोषण कर रहे हैं, ये लोग हमारी विरासत पर दावा करते हैं, जब वे कहीं नहीं थे, उनके बीज भी नहीं फूटे थे, तब भी हमारी विरासत थी.”
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