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ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह करने में मददगारों का स्‍वागत, नेतन्याहू का अमेरिका को खुला न्योता

June 20, 2025

नई दिल्‍ली । इजरायल और ईरान (Israel and Iran)के बीच जारी युद्ध(Ongoing War) सातवें दिन में पहुंच गया है और इसी बीच इजरायली प्रधानमंत्री(Israeli Prime Minister) बेंजामिन नेतन्याहू(benjamin netanyahu) ने एक बड़ा और वैश्विक संकेत देते हुए कहा है कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले में “हर तरह की मदद का स्वागत है”। नेतन्याहू का यह बयान अमेरिका को जंग में एंट्री का खुला न्योता है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया था कि अमेरिका ईरान-इजरायल जंग में अभी सीधे तौर पर नहीं उतरा है। नेतन्याहू ने यह भी दावा किया है कि इजरायल ने अब तक ईरान के 50% से अधिक मिसाइल लॉन्चर नष्ट किए जा चुके हैं।

इज़राइली पब्लिक ब्रॉडकास्टर Kan को दिए इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा, “मैंने पहले कहा था कि हम मिडिल ईस्ट का चेहरा बदल रहे हैं। अब मैं कहता हूं कि हम पूरी दुनिया का चेहरा बदल रहे हैं।”

ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमला जारी, अमेरिका को ऑफर


नेतन्याहू ने कहा कि इज़रायल के पास ईरान के सभी परमाणु ठिकानों को ध्वस्त करने की पूरी क्षमता है, लेकिन उन्होंने अमेरिका सहित किसी भी सहयोगी के समर्थन का स्वागत किया। नेतन्याहू ने कहा, “अगर कोई मदद करना चाहता है अमेरिका हो या कोई और — हम उसका स्वागत करते हैं। ट्रंप वही करेंगे जो अमेरिका के लिए अच्छा है और मैं वही करूंगा जो इजरायल के लिए जरूरी है।” जानकार इस बयान को संयुक्त सैन्य सहयोग के लिए खुला न्योता मान रहे हैं। खासकर उस समय जब राष्ट्रपति ट्रंप भी ईरान के खिलाफ अमेरिकी सैन्य भूमिका के संकेत दे रहे हैं।

इजरायली अस्पताल पर ईरानी हमले के बाद तनाव चरम पर

गुरुवार को ईरानी मिसाइल हमले में इज़रायल के बेर्शेबा स्थित सोरोका अस्पताल को निशाना बनाया गया, जिससे अस्पताल का एक हिस्सा जलकर खाक हो गया और 40 लोग घायल हो गए। इजरायली रक्षा मंत्री इसराइल कात्ज़ ने इस हमले के लिए सीधे ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, “ऐसा व्यक्ति जो अस्पतालों पर हमला करता है, अब इस दुनिया में रहने का अधिकारी नहीं है।”

रूस की कड़ी चेतावनी

जहां नेतन्याहू अमेरिका को खुलेआम युद्ध में आमंत्रित कर रहे हैं, वहीं रूस ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका इस युद्ध में कूदता है तो यह “बेहद खतरनाक कदम” होगा। रूस ईरान का रणनीतिक साझेदार है और इस युद्ध के विस्तार को लेकर चिंतित है।

इजरायल का आक्रामक रुख

नेतन्याहू ने ईरान के परमाणु ठिकानों और मिसाइल लॉन्चरों पर हमले के अलावा वैश्विक स्तर पर सहयोग की अपील की है। उनकी यह आक्रामक बयानबाजी दर्शाती है कि इजरायल इस युद्ध को सीमित नहीं, निर्णायक बनाना चाहता है।

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