
इंदौर, विकाससिंह राठौर। कुमेड़ी में नया इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) बनकर तैयार हो चुका है। मार्च अंत तक यहां से बसों का संचालन शुरू करने की तैयारी है। नायता मुंडला में बने आईएसबीटी की तरह शुरू होने के बाद भी यह फेल ना हो जाए इसे लेकर सरकार सतर्क है। यहां से बसों को शिफ्ट करने में कोई परेशानी ना आए, इसे देखते हुए पहले ही कोर्ट में केवियट दायर कर दी गई है, ताकी बस संचालक सीधे जाकर स्टे ना ले सकें। प्रशासन की इस तैयारी से यहां से बसों का संचालन शुरू होना तय माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नायता मुंडला में पिछले साल की शुरुआत में ही बस स्टेंड तैयार हो जाने के बाद प्रशासन ने 16 फरवरी से नौलखा से चलने वाली बसों को नायता मुंडला से चलने के आदेश दिए थे। इसके खिलाफ बस संचालक कोर्ट चले गए थे, जहां से उन्हें स्टे मिल गया था। इसके कारण प्रशासन इन बसों को दबावपूर्वक नायता मुंडला में आज तक शिफ्ट नहीं कर पाया है। 9 सितंबर से प्रशासन ने एआईसीटीएसएल की इंटरस्टेट बसों को नायता मुंडला से चलाना शुरू किया था, लेकिन बस ऑपरेटर्स ने सवारियां ना मिलने की बात कहते हुए कुछ ही दिनों में यहां से बसों का संचालन बंद कर दिया। अब करीब दो माह से यह बस स्टेंड शुरू होने के बाद भी बंद पड़ा है।
इधर, शहर में कुमेड़ी में दूसरा नया आईएसबीटी बनकर तैयार हो चुका है। यहां भी प्रशासन उज्जैन, राजस्थान, यूपी, दिल्ली जैसे शहरों के लिए गंगवाल बस स्टेंड, सरवटे बस स्टेंड, नौलखा और तीन इमली से चलने वाली बसों को शिफ्ट करने की तैयारी में है। लेकिन नायता मुंडला में आज तक बसों का संचालन शुरू ना कर पाने की घटना से मिली सीख से प्रशासन ने पहले ही इंतजाम करना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने परिवहन विभाग के माध्यम से इंदौर हाईकोर्ट में केवियर दायर कर दी है। ताकी बसों को शिफ्ट करते वक्त अगर कोई भी बस संचालक या संगठन कोर्ट जाए तो उसे सीधे स्टे ना मिल पाए और पहले परिवहन विभाग का पक्ष सुना जाए।
मार्च अंत से बसों का संचालन शुरू करने की तैयारी
अधिकारियों ने बताया कि कुमेड़ी बस स्टेंड बनकर तैयार हो चुका है। इसकी क्षमता 1500 बसों के माध्यम से 50 हजार यात्रियों को सफर की सुविधा देने की है। इसके संचालन के लिए आईडीए द्वारा टेंडर किए जा रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि मार्च अंत तक यहां से बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
नायता मुंडला के लिए सुनवाई का इंतजार
अधिकारियों ने बताया कि बस संचालकों को जो स्टे मिला था, उस पर परिवहन विभाग कोर्ट के समक्ष अपना पक्ष एक बार रख चुका है, इसी मामले पर अब सुनवाई की नई तारीख का इंतजार किया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि नई तारीख पर सुनवाई होने पर कोर्ट इस स्टे को खारीज कर देगी और नौलखा से चलने वाली बसों को प्रशासन नायता मुंडला में शिफ्ट करेगा।
नए बस स्टैंड्स पर सुविधा के साथ परेशानी भी
प्रशासन द्वारा कुमेड़ी और नायता मुंडला में तैयार किए गए बस स्टैंड पर जहां यात्रियों भरपूर सुविधा देने की बात कही जा रही है। वहीं दूसरी ओर इनकी शहर से दूरी यात्रियों के लिए सबसे बड़ी परेशानी का कारण है। नौलखा अभी जहां शहर के मध्य में है, वहीं यहां की बसों के लिए नायता मुंडला तक जाना यात्रियों के लिए परेशानी भरा है। ठीक ऐसे ही अभी सरवटे, गंगवाल और तीन इमली से चलने वाली बसों के लिए कुमेड़ी तक जाना भी यात्रियों को काफी लंबा पड़ेगा। इसके लिए उन्हें काफी पैसे और समय खर्च करना पड़ेगा।
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