
टमाटर पर सरकार की सख्ती का असर, बड़े शहरों से किसानों व व्यापारियों ने बनाई दूरी
इंदौर। टमाटर (tomato) के लगातार बढ़ते दामों ने केंद्र सरकार (central government) की चिंता भी बढ़ा दी है। बड़े शहरों में सरकार ने 80 से 90 किलो टमाटर (tomato) की बिक्री (sale) भी शुरू कर दी है, जिसके चलते दिल्ली (delhi) और अन्य शहरों से बेंगलुरु (bengaluru), महाराष्ट्र (maharashtra) व दूसरे शहरों के उत्पादक किसान (farmer) और व्यापारियों ने हाथ खींंच लिए हैं। इसका असर इंदौर (indore) में भी देखने को मिल रहा है। आज सुबह इंदौर में बेस्ट क्वालिटी टमाटर 85 रुपए प्रतिकिलो के नीचे आ गया। हलका माल 50 से 60 तक प्रतिकिलो थोक में बिक गया।
एक महीने से टमाटर (tomato) ऊंचे दामों के कारण चर्चा में बना हुआ है। बड़े शहरों में टमाटर 200 किलो से ऊपर तो इंदौर, भोपाल जैसे शहरों में खेरची में 120 से 150 रु. किलो तक बिकने के चलते केंद्र सरकार असमंजस की स्थिति महसूस कर रही थी। सरकार ने नैफेड के माध्यम से दिल्ली सहित बड़े शहरों में 80 रुपए प्रतिकिलो टमाटर खुले बाजार में बेचना शुरू कर दिया है। गली-मोहल्लों और प्रमुख चौराहों पर वैन के माध्यम से टमाटर 90 प्रतिकिलो बेचा जा रहा है। इसका असर छोटे शहरों में भी हुआ। बेंगलुरु, महाराष्ट्र के टमाटर उत्पादक किसान एवं व्यापारियों ने बड़े शहरों से दूरी बना ली है। अब उन्होंने छोटे शहरों में अपना माल बेचने का रुख कर दिया है। इंदौर मंडी में आज 70 से 80 टन टमाटर की आवक रही, जिससे अच्छी क्वालिटी का टमाटर 85 रु. प्रतिकिलो तक आ गया। हलकी क्वालिटी में 60 रुपए और इससे नीचे भी टमाटर बेचा गया। इंदौर के व्यापारियों ने बताया कि बेंगलुरु के समीप हासन से दो बड़े ट्राले टमाटर के आज शाम तक इंदौर पहुंचेंगे। दिन में करीब 35 से 40 टन टमाटर रहेंगे। यह टमाटर दिल्ली की ओर जा रहा था, लेकिन वहां दाम कम होने से इंदौर की तरफ पहुंच रहा है, जिससे यहां दामों में कमी देखी जा रही है।
जमाखोरी पर सरकार की नजर
लगातार बढ़ती कीमतों को देखते हुए सरकार ने टमाटर की जमाखोरी पर भी सख्ती दिखाई है। मध्यप्रदेश में भी टमाटर की गाडिय़ों का अधिग्रहण करने की जानकारी सामने आ रही है। सरकार की सख्ती का असर यह रहेगा कि टमाटर के दाम 70 रु. किलो के नीचे थोक में ही रहेंगे।
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