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ट्रंप की टैरिफ बढ़ाने वाली धमकी बेअसर, रूस से तेल खरीद पर चीन ने भी दिया भारत जैसा जवाब

August 09, 2025

नई दिल्‍ली । चीन(China) ने रूस से तेल खरीदने(buy oil) का बचाव किया है और इसे पूरी तरह से जायज व कानूनी बताया है। बीजिंग(beijing) की ओर से यह बयान अमेरिका(America) के नए टैरिफ(New tariffs) लगाने की धमकी के बाद आया है। यूएस ने हाल ही में भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए अतिरिक्त टैरिफ लगाए थे। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘चीन का रूस सहित दुनिया के सभी देशों के साथ सामान्य आर्थिक, व्यापारिक और ऊर्जा सहयोग करना वैध है। हम अपनी राष्ट्रीय जरूरतों के हिसाब से ऊर्जा सुरक्षा के लिए कदम उठाते रहेंगे।’

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हफ्ते कहा था कि वह चीन पर रूसी तेल खरीदने के लिए अतिरिक्त टैरिफ लगा सकते हैं। ट्रंप रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति समझौता कराने की कोशिश कर रहे हैं। उनका मानना है कि रूस के बड़े व्यापारिक साझेदारों पर दबाव डालना इसका हिस्सा है।


अमेरिका ने कच्चे तेल को लेकर रूस पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए भारत पर दबाव बनाने के मकसद से भारतीय वस्तुओं पर व्यापार शुल्क में और वृद्धि कर दी है। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए वह कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं।

कीमत चुकाने के लिए तैयार: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि व्यक्तिगत रूप से मुझे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत आज मुछुआरों और पशु पालकों के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘मेरे देश के मछुआरों के लिए, मेरे देश के पशु पालकों के लिए आज भारत तैयार है।’

इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हफ्ते ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ से क्रेमलिन में करीब तीन घंटे बात की थी। ट्रंप ने कहा कि पुतिन से उनकी मुलाकात की बहुत अच्छी संभावना है, लेकिन अभी कोई बड़ा नतीजा नहीं निकला है।

रूस से 10 अरब डॉलर से ज्यादा का आयात

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शुक्रवार को पुतिन के साथ फोन पर बात की और यूक्रेन मुद्दे पर बीजिंग का रुख बताया। उन्होंने कहा कि यह एक जटिल समस्या है, जिसका कोई आसान हल नहीं है। चीन ने जुलाई में रूस से 10 अरब डॉलर से ज्यादा का आयात किया, जो मार्च के बाद सबसे ज्यादा है। हालांकि, इस साल रूस से आयात 2024 की तुलना में 7.7% कम है। अमेरिका और चीन के बीच तनाव कम करने की कोशिश चल रही है। दोनों देशों ने ऊंचे टैरिफ को फिलहाल रोक दिया है और एक समझौते की दिशा में बातचीत कर रहे हैं।

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