
मेलबर्न। रूस (Russia) के कामचाटका प्रायद्वीप (Kamchatka Peninsula) में बुधवार सुबह आए 8.8 तीव्रता के भूकंप (Earthquake) ने पूरे प्रशांत क्षेत्र में सुनामी (Sunami) की चेतावनियों और जन निकासी की प्रक्रिया को ट्रिगर कर दिया है। इससे लोग अभी भी दहशत में हैं। रूस के तटीय इलाकों (Coastal Areas) में इस बीच 4 मीटर से ज्यादा समुद्री लहरें उठती देखी गईं। समुद्र में पूरी तरह से उथल-पुथल मची है। इससे समुद्री जीव भी जल से निकलकर बाहर की ओर आ रहे हैं।
रूस में आए भयंकर भूकंप के बाद सुनामी का असर कई देशों में देखा जा रहा है। रूस में कुछ स्थानों पर 4 मीटर ऊंची लहरें देखी गईं, जबकि जापान, हवाई, चीन और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में लहरें 30 सेंटीमीटर से 3 मीटर के बीच हो सकती हैं। मगर चेतावनी दी गई है कि सुनामी लहरें अचानक तेज हो सकती हैं। वैज्ञानिक बताते हैं कि लहरों की ऊंचाई अंतिम समय तक सटीक अनुमान नहीं लगाई जा सकती। तटीय स्थल की भौगोलिक स्थिति और समुद्र की गहराई लहरों को अप्रत्याशित रूप से खतरनाक बना सकती हैं।
सुनामी के खतरे को देखते हुए लाखों लोगों को तटीय क्षेत्रों से विस्थापित किया जा चुका है। क्योंकि देर से निकासी से अफरा-तफरी, यातायात जाम और जान का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए पहले से निकासी करना अधिक सुरक्षित होता है, भले ही खतरा कम दिखाई दे। अगर चेतावनी को नजरअंदाज किया गया, तो लोग समय पर नहीं निकलते।
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