
उज्जैन। बीती रात चिंतामण के समीप बायपास पर शराब के नशे में आधा दर्जन बदमाशों ने उत्पात मचाना शुरू किया। बदमाशों ने एक एमपीईबी कर्मचारी और एक पुलिसकर्मी को चाकू मारे, उसके बाद बायपास मार्ग की अंग्रेजी शराब दुकान में जाकर हंगामा मचाया। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी सहित डेढ़ सौ ज्यादा पुलिसकर्मी मौके पर पहुँच गए और दो बदमाशों को पकड़ लिया बाकि भाग निकले।
एडिशनल एसपी अमरेन्द्रसिंह ने बताया कि घटना कल रात 10 बजे की है। चिंतामण रोड पर बायपास मार्ग से हरिशंकर निवासी इंद्रानगर गुजर रहा था। इस दौरान बायपास मोड़ पर पुल के पास खड़े 6 बदमाशों ने उसे रोका और मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान बदमाशों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। इस दौरान चिंतामण थाने के आरक्षक कमल जसोदिया सादे डे्रस में वहाँ से निकले तो बदमाशों ने उन्हें भी रोका तथा चाकू से हमला कर गंभीर घायल कर दिया। इसके बाद अन्य वाहन चालकों से भी मारपीट की। बदमाशों ने यहाँ करीब एक घंटे तक उत्पात मचाया। इसके बाद सभी बदमाश बायपास मार्ग पर स्थित अंग्रेजी शराब दुकान पर पहुँच गए और यहाँ भी जमकर हंगामा मचाया तथा लोगों से मारपीट की। पुलिसकर्मी पर हमले की सूचना मिलते ही एएसपी सहित चिंतामण, महाकाल, नीलगंगा और नानाखेड़ा थानों का पुलिस घटना स्थल पर आ गया। करीब डेढ़ सौ पुलिसकर्मी बायपास मार्ग पर पहुँच गए थे। पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में बदल गया था। इस दौरान मौके से 2 बदमाश पुलिस की पकड़ में आ गए बाकी के चार भाग निकले। घायल बिजली कर्मचारी और पुलिस आरक्षक की रिपोर्ट पर चिंतामण थाना पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ प्राणघातक हमले का मामला दर्ज कर लिया है। घायल हरिशंकर ने बताया कि वह फतेहाबाद से काम कर अपने घर लौट रहा था, उसी दौरान बदमाशों ने उस पर हमला कर दिया तथा उसने बताया कि आते-जाते वाहन चालकों पर बदमाश हमला कर रहे थे। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि सभी पांड्याखेड़ी क्षेत्र के रहने वाले हैं तथा वे शहरभर में घूमकर इसी तरह उत्पात मचाते हैं। उल्लेखनीय है कि शहर के सूने स्थानों की शराब दुकानों एवं ढाबों पर शाम के बाद असामाजिक तत्वों का मजमा लगा रहता है और वे नशे की हालत में इस तरह से लूटपाट की घटनाएँ करते हैं। इंदौर उन्हेल बायपास मार्ग पर अंग्रेजी शराब दुकान के साथ ही एक दर्जन से ज्यादा ढाबे बन चुके हैं और इन ढाबों पर संचालकों द्वारा लोगों को शराब पीने की छूट दे दी जाती है। पुलिस अधिकारियों को इन ढाबों पर सघन चैकिंग अभियान चलाना चाहिए। कई ढाबों पर अवैध शराब चोरी छिपे परोसी जाती है तो कई ढाबों पर ग्राहक शराब साथ ले जाता है और वहाँ पर बैठकर पीने और खाने का शुल्क ढाबा संचालक द्वारा वसूला जाता है। ऐसे ढाबों पर देर रात तक शराब पार्टी होती है और अपराधियों का मजमा लगा रहता है।
पुलिस पर हमले की यह पाँचवीं घटना
उल्लेखनीय है पिछले डेढ़ माह के दौरान पुलिस पर हमले की चार घटनाएँ हो चुकी हैं जिससे अपराधियों के मन से पुलिस खौफ समाप्त होता नजर आ रहा है। खाचरौद में शराब पकडऩे गए पुलिस दल पर शराब विक्रेताओं ने हमला कर दिया था। इसके बाद पंवासा में आरोपी को पकडऩे गए पुलिसकर्मियों पर अज्ञात बदमाशों ने हमला कर दिया था। नानाखेड़ा क्षेत्र में 4 दिन पहले शराब पीकर होटल में तोडफ़ोड़ करने वाले बदमाशों ने पुलिसकर्मियों के कपड़े फाड़ दिए थे। इसी तरह चिमनगंज मंडी क्षेत्र में भी पुलिस पर हमले की घटना हो चुकी है। वर्तमान में शहरभर में नये गुंडे और बदमाशों की बाढ़ आई हुई है और अधिकांश क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों की बदमाशों से सांठगांठ रहती है और उनके द्वारा अवैध धंधे करने की छूट जाती है जिसके परिणाम में बदमाशों के मन से पुलिस का खौफ समाप्त हो गया है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved