
बेरूत । उत्तरी इराक (Northern Iraq) में हुए एक विस्फोट में दो सैनिकों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। इराक की सरकारी समाचार एजेंसी ने बताया कि सैनिक बुधवार को मखमूर जिले से गुजर रहे थे, तभी उनका सैन्य वाहन विस्फोटक की चपेट में आ गया। फिलहाल किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
इससे पहले, सोमवार को फल्लुजाह के उत्तर-पश्चिम में स्थित अलबु बाली गांव में बंदूकधारियों (snipers) द्वारा की गई गोलीबारी में आठ लोगों की मौत हो गई थी और तीन अन्य घायल हो गए थे। फल्लुजाह पहले इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों (terrorists) के कब्जे में था। वहीं, बीते रविवार को उत्तरी इराक में हुए एक विस्फोट में इराकी संघीय पुलिस बल के कम से कम नौ सदस्य मारे गए थे, जो किरकुक प्रांत के रियाद जिले के अली अल-सुल्तान गांव में गश्त पर थे। बुधवार को इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुडानी (Prime Minister Mohammed Shia Al-Sudani) ने देश में हो रहे ‘आतंकवादी हमलों’ और उनसे निपटने की सेना की योजनाओं पर चर्चा के लिए सुरक्षा अधिकारियों की एक बैठक बुलाई थी। इराकी अधिकारियों ने पांच साल पहले आईएस आतंकवादियों पर जीत की घोषणा की थी, लेकिन संगठन के दोबारा सिर उठाने की आशंकाओं (apprehensions) के बीच देश में उसके हमले जारी हैं।
चीन ने ताइवान की ओर 39 लड़ाकू विमान और तीन पोत भेजे
चीन की सेना ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए 24 घंटे के भीतर 39 लड़ाकू विमान (fighter plane) और तीन पोत ताइवान की ओर रवाना किए हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी है। ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, बुधवार सुबह छह बजे से बृहस्पतिवार सुबह छह बजे के बीच 30 चीनी विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य सीमा को पार किया, जो चीन और ताइवान को अलग करती है। मंत्रालय ने बताया कि इन विमानों ने ताइवान के दक्षिण-पश्चिम की तरफ उड़ान भरी और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर चले गए। इन लड़ाकू विमानों में 21 जे-16 लड़ाकू विमान, चार एच-6 बमवर्षक विमान और दो अन्य विमान शामिल थे। बता दें, चीन स्वशासित ताइवान को अपना क्षेत्र बताता है। चीन ने हाल के वर्षों में ताइवान को लेकर आक्रामक रुख अपनाया है। चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने लगभग रोजाना ही ताइवान की ओर विमान व पोत भेजे हैं।
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