
वाशिंगटन। कार (Car) में जलकर मरे दो छात्रों के पैरंट्स ने आरोप लगाया है कि एलन मस्क की कंपनी टेस्ला (Elon Musk’s company Tesla) की कार डिजाइन में खामी (Flaws in car design) की वजह से ही दोनों की मौत हो गई। उनका कहना है कि कार में आग लगने के बाद दोनों छात्र गेट भी नहीं खोल पाए। पैरंट्स ने गुरुवार को कोर्ट में याचिका फाइल करते हुए कहा कि जिस कंपनी की वजह से एलन मस्क दुनिया के अमीरों में शुमार हो गए, उसकी कमियां वह दूर नहीं कर पाए हैं। बता दें कि क्रिस्टा त्सुकाहारा और जैक नेल्सन कार में आग लगने के बाद अंदर ही फंस गए थे और उनकी मौत हो गई।
अलामेडा काउंटी में टेस्ला के खिलाफ कोर्ट में याचिका फाइल की है। इससे पहले कुछ ड्राइवरों ने भी टेस्ला कार के गेट में दिक्कत की शिकायत की थी। वहीं टेस्ला लोगों को इस बात पर मनाने में लगी है कि जल्द ही ऐसी कार आने वाली है जिसमें ड्राइवर की जरूरत ही नहीं होगी।
याचिका के मुताबिक पिछले साल नवंबर में त्सुकाहारा और नेल्सन दोनों कार में पीछे बैठे थे। तभी नशे में धुत ड्राइवर ने कार एक पेड़ से भिड़ा दी। इसके बाद कार में आग लग गई और दोनों की मौत हो गई। ड्राइवर की भी दुर्घटना में मौत हो गई थी। कार में एक चौथा व्यक्ति भी था जिसे विंडो तोड़कर निकाला गया था और उसकी जान बच गई।
बता दें कि टेस्ला कारों के डोर लॉक की समस्या कई बार सामने आ चुकी है। दरअसल यह डोर बैट्री से ही लॉक होता है। वहीं आग लगने के बाद इसका कनेक्शन जल जाता है। ऐसे में लोगों का कार से निकलना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा अन्य लोगों ने भी टेस्ला की कारों में सुरक्षा की दिक्कतों का जिक्र किया है। अगस्त में फ्लोरिडा के एक कोर्ट ने टेस्ल कार ऐक्सिडेंट में मारे गए एक अन्य छात्र के परिवार को 240 मिलियन डॉलर का मुआवजा देने का फैसला सुनाया था।
नेशनल हाइवे ट्रैफिक सेफ्टी ऐडमिनिस्ट्रेशन ने भी पिछले महीने टेस्ला कार की शिकायतों को लेकर जांच शुरू की है। कई बार ऐसा हुआ है कि कार के बैक डोर नहीं खुले हैं और फिर बच्चों को निकालने के लिए सीधा शीशा ही तोड़ना पड़ा।
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