इंदौर। हरफनमौला कलाकार गीतकार, संगीतकार एवं निर्माता निर्देशक स्वर्गीय किशोर कुमार (Late Kishore Kumar) की जयंती गुरुवार को खंडवा (Khandwa) में धूमधाम से मनाई गई। शहर के इंदौर रोड स्थित किशोर कुमार की समाधि (Kishore Kumar’s Samadhi) पर सुबह से ही उनके प्रशंसकों की भीड़ जमा हो गई। यहां परंपरानुसार दूध-जलेबी का भोग लगाया गया और देशभर से आए उनके प्रशंसकों ने गीत गुनगुना कर किशोर दा को श्रद्धांजलि दी।
दूसरी ओर सदाबहार गायक किशोर कुमार (Late Kishore Kumar) एक ऐसा नाम है जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। बहुमुखी प्रतिभा के धनी किशोर कुमार ने बतौर गायक, अभिनेता, निर्माता, निर्देशक और संगीतकार बॉलीवुड में अपने आपको स्थापित किया। खंडवा (Khandwa) जिले में जन्मे किशोर कुमार के बचपन का नाम आभास गांगुली था। बॉलीवुड में आने के बाद किशोर दा ने अपना नाम बदलकर किशोर कुमार रख लिया था। आज भी उनके फैंस उन्हें दिलों में रखे हुए हैं।
इस संबंध में फैन किशोर सचदेवा ने बताया कि किशोर कुमार की जादुई आवाज आज भी लोगों के सिर चढ़कर बोलती है। उनको अमर बनाने के लिए ही ये मंदिर बनवाया जा रहा है, जो एक राष्ट्रीय धरोहर होगी। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड के सदाबहार गायक किशोर कुमार एक ऐसा नाम है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
क्रिश्चियन कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र आज भी अपने आपको गौरान्वित महसूस करते हैं कि किशोर कुमार (Late Kishore Kumar) जैसी शख्सियत इसी कॉलेज में पढ़ी है। फिल्म समीक्षक और क्रिश्चियन कॉलेज के पूर्व छात्र लक्ष्मीकांत पंडित का कहना है कि किशोर कुमार को हम लोग अपना मानते हैं। जब दुनिया उनके गानों पर झूमती है तो हमें अलग सा अहसास होता है। हमें गर्व होता है कि हमारे कॉलेज में इतने बड़े गायक ने पढ़ाई की।
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