
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि यूनेस्को मुख्यालय में बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण (Unveiling of Baba Saheb Ambedkar’s Statue at UNESCO Headquarters) गौरव का क्षण है (Is moment of Pride) ।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि यह अत्यंत गौरव की बात है कि आज, संविधान दिवस के अवसर पर, फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की एक प्रतिमा का अनावरण किया गया। यह डॉ. आंबेडकर और हमारे संविधान निर्माण में उनकी भूमिका के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उनके विचार और आदर्श असंख्य लोगों को शक्ति और आशा प्रदान करते हैं। उन्होंने यह भी कहा आज नई दिल्ली स्थित संविधान सदन के ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में आयोजित संविधान दिवस समारोह में शामिल हुआ। हमारे संविधान निर्माताओं के दृष्टिकोण को याद किया और संवैधानिक आदर्शों को मजबूत करने की हमारी सामूहिक जिम्मेदारी की पुष्टि की।
इससे पहले संविधान सदन के केंद्रीय कक्ष में एक भव्य राष्ट्रीय समारोह के आयोजन के बाद 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया गया। राष्ट्रपति ने इस समारोह की अध्यक्षता की, जिसमें उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री, सांसद और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई, जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने स्वागत भाषण दिया और फिर उपराष्ट्रपति ने भाषण दिया।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में भारत की लोकतांत्रिक यात्रा के मार्गदर्शन में संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया और नागरिकों से इसके मूल सिद्धांतों न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को बनाए रखने का आह्वान किया। समारोह का समापन राष्ट्रपति द्वारा संविधान की प्रस्तावना के वाचन और उसके बाद राष्ट्रगान के साथ हुआ।
संसदीय कार्य मंत्रालय, माईगॉव के सहयोग से एक राष्ट्रव्यापी अभियान भी आयोजित कर रहा है, जिसमें “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” पर निबंध और ब्लॉग लेखन प्रतियोगिता, इसी विषय पर एक ऑनलाइन क्विज तथा व्यापक नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए संविधान की प्रस्तावना का वाचन करने जैसी गतिविधियां शामिल हैं।
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