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अमेरिकी राजदूत चार्ल्स कुशनर तलब, फ्रांस-अमेरिका संबंधों में तनाव

August 25, 2025

पेरिस। फ्रांस ने अमेरिकी राजदूत (France Appoints American Ambassador) को तलब किया है। राजनयिक चार्ल्स कुशनर (Charles kushner) ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (President Emmanuel Macron) को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि देश ने यहूदी-विरोधी भावना से निपटने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए। इस पर फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान जारी कर घोषणा की कि उसने कुशनर को सोमवार को विदेश मंत्रालय में उपस्थित होने के लिए बुलाया है और कहा कि उनके आरोप ‘अस्वीकार्य’ हैं।

वहीं अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने रविवार शाम को कहा कि वह कुशनर की टिप्पणियों के साथ खड़े हैं। उन्होंने आगे कहा कि राजदूत कुशनर फ्रांस में हमारी अमेरिकी सरकार के प्रतिनिधि हैं और इस भूमिका में हमारे राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाने में उत्कृष्ट काम कर रहे हैं। राजदूत को तलब करना नाराजगी की एक औपचारिक और सार्वजनिक सूचना है। बता दें कि कुशनर एक रियल एस्टेट डेवलपर हैं और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर के पिता हैं।



फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि फ्रांस कुशनर के इन आरोपों को दृढ़ता से खारिज करता है और फ्रांसीसी अधिकारी 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद से यहूदी-विरोधी कृत्यों में वृद्धि का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और इन कृत्यों को असहनीय मानते हैं। फ्रांसीसी मंत्रालय ने कहा कि कुशनर के आरोप अंतरराष्ट्रीय कानून और किसी अन्य देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने के दायित्व का उल्लंघन करते हैं। वे फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच ट्रान्साटलांटिक साझेदारी की गुणवत्ता और सहयोगियों के बीच विश्वास की कमी को भी पूरा नहीं करते हैं।

दरअसल, यह विवाद पिछले सप्ताह मैक्रों द्वारा इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के उन आरोपों को खारिज करने के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने कहा था कि फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की फ्रांस की मंशा यहूदी-विरोधी भावना को बढ़ावा दे रही है। पश्चिमी यूरोप में सबसे बड़ी यहूदी आबादी फ्रांस में है, जहां अनुमानित 5,00,000 यहूदी रहते हैं, जो राष्ट्रीय जनसंख्या का लगभग एक प्रतिशत है।

फ्रांस-अमेरिका संबंधों में तनाव
यह कूटनीतिक मतभेद ऐसे समय में सामने आया है जब इस साल ट्रंप के ‘टैरिफ युद्ध’ और लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के भविष्य को लेकर मतभेद के बीच फ्रांस-अमेरिका संबंधों में तनाव रहा है। फ्रांस ने विशेष रूप से UNIFIL नामक शांति अभियान को समाप्त करने के अमेरिकी प्रयास पर आपत्ति जताई है, जिस पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस महीने के अंत में मतदान होना है। फ्रांस और अमेरिका भी रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन को समर्थन देने के मुद्दे पर बंटे हुए हैं, लेकिन ट्रंप द्वारा सुरक्षा गारंटी के प्रति समर्थन व्यक्त करने और पिछले सप्ताह वाइट हाउस में मैक्रों और अन्य यूरोपीय नेताओं के साथ गर्मजोशी भरी बैठक के बाद यह मतभेद कम हो गया है।

ट्रंप के समधी हैं कुशनर
गौरतलब है कि राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल के अंत में ट्रंप ने चार्ल्स कुशनर को क्षमादान दे दिया था, जिन्हें कई साल पहले कर चोरी और अवैध चुनावी चंदा देने के मामले में दोषी करार दिया गया था। उनके बेटे जेरेड का विवाह ट्रंप की सबसे बड़ी बेटी इवांका से हुआ है। ऐसे में कुशनर ट्रंप के समधी हुए।

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