
नई दिल्ली। अमेरिकी सरकार (America Goverment) ने चिपमेकर कंपनी इंटेल (Chipmaker Intel) में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है। कंपनी के सीईओ और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने शुक्रवार को इस डील का एलान किया। दरअसल पिछली बाइडन सरकार में इंटेल को बड़ी आर्थिक मदद देने का एलान किया गया था। हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप ने इस डील की आलोचना की और आर्थिक सहायता के बदले इंटेल में हिस्सेदारी देने की मांग की। अब दोनों पक्षों में सहमति बन गई है।
इंटेल ने एक बयान में कहा कि इस समझौते के तहत, अमेरिकी सरकार को सामान्य स्टॉक के 43.3 करोड़ शेयर मिलेंगे, जो कंपनी में 9.9 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर हैं। यह करीब 8.9 अरब डॉलर का निवेश है, जिसका एक हिस्सा 5.7 अरब डॉलर अनुदान के रूप में दिया जाएगा, जो चिप और विज्ञान कानून के तहत दिया जाएगा। यह बाइडन सरकार के कार्यकाल के दौरान पारित एक प्रमुख कानून है जिसकी ट्रंप ने आलोचना की है। इंटेल ने कहा कि बाकी के 3.2 अरब डॉलर सिक्योर एन्क्लेव कार्यक्रम के तहत कंपनी को मिलेंगे।
कंपनी ने आगे कहा कि 8.9 अरब डॉलर का यह निवेश इंटेल को पहले ही मिल चुके 2.2 अरब डॉलर के अनुदान से अलग होगा। इस तरह इस सौदे की कुल राशि 11.1 अरब डॉलर हो जाएगी। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर साझा पोस्ट में लिखा, ‘संयुक्त राज्य अमेरिका अब इंटेल के 10% का पूर्ण स्वामित्व और नियंत्रण रखता है।’ उन्होंने दावा किया कि इंटेल के सीईओ लिप-बू टैन के साथ बातचीत के बाद देश ने इन शेयरों के लिए कोई भुगतान नहीं किया।
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