
वॉशिंगटन। अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए के डायरेक्टर विलियम बर्न्स ने कहा है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ताइवान से संबंधित महत्वकांक्षा को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका इस बात को जानता है और खुफिया जानकारी से पता भी चला है कि शी जिनपिंग ने अपनी सेना को 2027 तक ताइवान पर हमले का आदेश भी दिया हुआ है।
अमेरिकी खुफिया चीफ ने कहा कि इसका मतलब ये नहीं है कि शी जिनपिंग ने 2027 में ही हमले की योजना बनाई है। यह किसी और साल भी हो सकता है लेकिन हमें यह याद रखना चाहिए कि शी जिनपिंग पूरी गंभीरता से इस पर फोकस बनाए हुए हैं।
सीआईए निदेशक ने कहा कि सीआईए में हमारा आकलन है कि ताइवान को लेकर शी जिनपिंग की महत्वकांक्षा को कम नहीं आंकना है। बर्न्स ने कहा कि रूस के यूक्रेन में फंसने से शी जिनपिंग चकित होंगे और इससे उन्हें सीख भी मिली होगी।
बीते साल अगस्त में अमेरिकी कांग्रेस की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने ताइवान का दौरा किया था। उसके बाद से ही चीन नाराज चल रहा है। पेलोसी के दौरे के बाद चीन ने सबसे बड़ी मिलिट्री ड्रिल को भी अंजाम दिया था। चीन की तरफ से ताइवान जलडमरूमध्यजल के चारों तरफ जहाज और प्लेन भेजे गए थे और चीन और ताइवान के बीच युद्ध के हालात बन गए थे।
चीन लगातार अपनी सेना को भी आधुनिक बनाने में जुटा है। चीनी राष्ट्रपति ने अपने एक बयान में चीन की सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा था। उल्लेखनीय है कि बीते साल ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि चीन हमारे द्वीप जैसे मॉडल बनाकर हमले की तैयारी कर रहा है।
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