
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (American President Donald Trump) ने बुधवार को कहा कि वह कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर (Computer Chips and Semiconductors) के आयात पर 100% टैरिफ (100% Tariff) लगाने की योजना बना रहे हैं। इस कदम से अमेरिका में इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, घरेलू उपकरणों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ने की संभावना है। हालांकि ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका में कंप्यूटर चिप्स बनाने वाली कंपनियों को इस टैक्स से छूट दी जाएगी। यानी उन्हें ये सामान आयात करने पर राहत मिलेगी।
ट्रंप ने ओवल ऑफिस में एप्पल के सीईओ टिम कुक से मुलाकात के दौरान कहा, हम कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर्स पर लगभग 100 फीसदी टैरिफ लगाएंगे लेकिन अगर आप ये सब अमेरिका के अंदर बना रहे हैं, तो कोई टैक्स नहीं देना होगा। ट्रंप द्वारा यह ऐलान रूसी तेल की खरीद के लिए भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने के बाद किया गया है। कल ही ट्रंप ने भारत पर रूसी तेल का आयात करने की वजह से 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया था। इससे भारत पर कुल टैरिफ 50% हो गया है। ये टैरिफ 21 दिनों बाद लागू होंगे। इसका अर्थ है कि भारत और रूस दोनों के पास आयात करों पर ट्रंप प्रशासन के साथ बातचीत करने का समय है।
अमेरिकी उपभोक्ताओं पर क्या होगा असर?
ट्रंप के नवीनतम 100 फीसदी टैरिफ के ऐलान का असर सीधे तौर पर अब अमेरिकी उपभोक्ताओं पर पड़ सकता है। अगर ट्रंप ने कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर्स पर 100 फीसदी का शुल्क लगाया तो इसकी वजह से मोबाइल फोन, कार, टीवी, फ्रिज और दूसरे डिजिटल उपकरण महंगे हो जाएंगे क्योंकि इन उपकरणों को बनाने वाली कंपनियों की लागत बढ़ेगी और मुनाफा घट जाएगा।
चिप्स की मांग तेजी से बढ़ रही
बता दें कि कोरोना काल में दुनियाभर में चिप्स की भारी कमी हो गई थी। इस वजह से उस समय गाड़ियों की कीमतें बहुत बढ़ गई थीं और महंगाई भी खूब बढ़ी थी। अब ट्रंप के इस नए फैसले से फिर वैसा ही माहौल बन सकता है। आज के दौर में चिप्स की मांग तेजी से बढ़ रही है क्योंकि स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक कार, घरेलू गैजेट्स और AI जैसे सेक्टर इन पर पूरी तरह निर्भर हैं। विश्व सेमीकंडक्टर व्यापार सांख्यिकी संगठन के अनुसार, दुनिया भर में कंप्यूटर चिप्स की मांग बढ़ रही है। जून में समाप्त वर्ष में इसकी बिक्री में 19.6% की वृद्धि हुई है।
चीन समेत तीन एशियाई देशों को क्या संदेश?
व्यापार आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका ने 2024 में लगभग 46.3 अरब डॉलर मूल्य के सेमीकंडक्टर आयात किए थे, जो देश के कुल 3.35 ट्रिलियन डॉलर के माल आयात का लगभग 1% है। ये आंकड़े इस बात पर जोर डालते हैं कि आयातित चिप्स अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए कितना अहम है। दरअसल, चिप्स आयात पर 100% टैरिफ लगाकर ट्रंप विदेशी चिप्स, खासकर एशिया से आने वाली चिप्स पर अमेरिका की निर्भरता कम करना चाहते हैं। दुनिया के 70% से ज़्यादा चिप्स फिलहाल ताइवान, दक्षिण कोरिया और चीन में बनते हैं। 100 फीसदी टैरिफ की चाल से ट्रंप अमेरिका को इस मामले में आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, और लगे हाथ एशियाई देशों को झटका भी देना चाह रहे हैं।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved