
मुंबई। वेब सीरीज ‘मंडला मर्डर्स’ से वाणी कपूर (Vaani Kapoor) ओटीटी (OTT) की दुनिया में कदम रख रही हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपने किरदार की गहराइयों, मानसिक चुनौतियों, सोशल मीडिया ट्रोलिंग (social Media Trolling) और उससे उबरने के सफर को साझा किया। साथ ही उन्होंने साइबर ट्रोलिंग के खिलाफ सख्त कानून बनाने की भी खुली अपील की।
सच कहु तो, मैं किसी प्रोजेक्ट को ये सोचकर साइन नहीं करती कि इसके बाद मुझे लाइन लग जाएंगी या बहुत सारे प्रोजेक्ट्स आ जाएंगे। मेरे लिए उस कहानी और किरदार से एक इमोशनल जुड़ाव होना जरूरी होता है। ऐसी कहानियां मुझे आकर्षित करती हैं जिनमें किरदार की भावनाएं थोड़ी उलझी होती हैं। यह भी कुछ ऐसा ही था। इसमें बहुत सारी परतें थीं, बहुत कुछ एक्सप्लोर करने को था, कहानी में भी और मेरे किरदार में भी।
फिल्मों में शूटिंग जल्दी पूरी हो जाती है। किरदार के साथ आपका रिश्ता कुछ हफ्तों का होता है। आप रोल में उतरते हैं, उसे निभाते हैं और फिर अगली फिल्म की तरफ बढ़ जाते हैं। लेकिन वेब सीरीज एक लंबा सफर होती है। इसमें किरदार के साथ महीनों बिताने होते हैं। उसकी सोच, उसका मूड, उसका हर उतार-चढ़ाव आपको लगातार निभाना पड़ता है। यही चीज इस मीडियम को और भी दिलचस्प बनाती है, क्योंकि आप एक ही किरदार में धीरे-धीरे गहराई से उतरते हैं, बतौर ऐक्टर ये बहुत कुछ सिखा जाता है।
शुरू में इसका असर भी होता था, क्योंकि जो कुछ भी कहा जाता है, वो सीधा आपके दिल को लग जाता है। लेकिन धीरे-धीरे मैंने ये समझा कि हर बात को सीरियस लेना जरूरी नहीं होता। अब मैं पहचान पाती हूं कि कौन सी बात में सुधार की गुंजाइश है और कौन सी बस यूं ही बोली गई है। अगर कोई मेरे काम को लेकर कुछ कहता है, तो मैं उस पर ध्यान देती हूं। लेकिन जब कोई ऐसी बात बोले जो मेरे हाथ में नहीं हैं, तो अब मैं उसे दिल पर नहीं लेती। कभी-कभी लोग बहुत पर्सनल हो जाते हैं और यही सबसे ज्यादा तकलीफ देता है।
आजकल सोशल मीडिया हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बन गया है। मुझे लगता है कि वहां कुछ नियम होने चाहिए। क्योंकि जो ट्रोलिंग और हेटफुल बातें कही जाती हैं, वो सिर्फ एक्टर्स को नहीं, बल्कि स्कूल-कॉलेज के बच्चों और आम लोगों को भी बहुत परेशान करती हैं। हमें इस बारे में खुलकर बात करनी चाहिए और साथ ही ये भी देखना चाहिए कि कुछ सख्त कानून बनें, ताकि ऐसे लोगों को रोका जा सके जो जानबूझकर दूसरों को दुख पहुंचाते हैं। आगे चलकर हमें सोशल मीडिया को एक जिम्मेदार और सुरक्षित जगह बनाना होगा।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved