
अजमेर । राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर (Ajmer) में शनिवार को हिंसा और तोड़फोड़ (Violence and sabotage) की घटनाएं देखने को मिली हैं। यहां वकीलों (Lawyers) ने सिटी स्कवॉयर, मीराज मॉल और अन्य बाजारों में जमकर तोड़फोड़ की। इस हिंसा को पुलिस बल भी रोकने में नाकामयाब रहा। दरअसल अधिवक्ता पुरुषोत्तम की हत्या के विरोध में अजमेर में बंद का आह्वान किया गया था। जहां कहीं भी दुकाने या अन्य संस्थान खुले दिखे, वहां तोड़फोड़ की घटनाएं देखने को मिलीं।
अजमेर सहित अन्य बाजार भी बंद नजर आए। 8 मार्च को अजमेर, पुष्कर, नसीराबाद और ब्यावर बंद नजर आया। अधिवक्ताओं ने मृतक वकील के परिजनों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की। इसके अलावा परिजनों ने शव को लेने से इंकार कर दिया है। घरवालों ने चेतावनी दी है कि जब तक कि उनकी मांगे पूरी नहीं होती, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
गुस्साए वकीलों द्वारा दुकानों-होटलों और अन्य स्थानों पर तोड़फोड़ की गई। पुष्कर रोड़ और सिने वर्ल्ड स्थित शराब ठेकों में भी हंगामा किया गया। इस तरह शहर में कई जगहों पर हिंसा और तोड़फोड़ देखने को मिली। वहीं कुछ वकीलों द्वारा तोड़फोड़ को रोकने का भी प्रयास किया गया। आपको बताते चलें कि पुष्कर में सीनियर ए़डवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया की हत्या हो गई थी। इसके चलते विरोध प्रदर्शन किया गया और आज अजमेर, पुष्कर, नसीराबाद और ब्यावर में बंद बुलाया गया था। इस दौरान केवल मेडिकल स्टोर और पेट्रोल पंप खुलने की बात कही गई थी।
बीती 2 मार्च को सीनियर एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया की हत्या नशे में धुत कुछ बदमाशों द्वारा लाठी-डंडों से पीट-पीटकर कर दी गई थी। दरअसल पुरुषोत्तम के घर के पास शराब के ठेके पर कुछ लोग तेज आवाज में डीजे बजाकर सड़क पर नाच रहे थे। जब एडवोकेट ने इसका विरोध किया तो नशे में धुत बदमाशों ने उन पर लाठियां बरसाना शुरू कर दिया। इसके चलते उन्हें गंभीर चोटे आई थीं। इसके बाद इलाज के दौरान एडवोकेट की मौत हो गई।
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