
भोपाल। नर्मदा नदी मेें इस साल 11 प्रतिशत पानी कम हैै। इस वजह से नदी पर बने छोटे बांध तो लबालब है, लेकिन बड़े बाध पूरी क्षमता से नहीं भर पाए। ऐसे में सरदार सरोवर बांध में जल स्तर कम होने की वजह से बिजली उत्पादन प्रभावित हो सकता है। इसको लेकर पिछले दिनों दिल्ली में हुई बैठक में तय हुआ था कि फसलों के लिए मप्र को नवबंर और दिसंबर तक बिजली दी जाए। इसके बाद अगले महीने से मप्र को बिजली नहीं मिलेगी। नर्मदा नदी में वर्षभर 28 एमएएफ प्रवाह होना चाहिए, लेकिन इस साल बारिश कम होने के कारण 24 एमएएफ पानी ही नर्मदा में मौजूद है। नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण के अनुसार इस कारण बरगी और तवा डेम तो पूरी तरह भर गए, लेकिन इंदिरा सागर बांध 75 प्रतिशत और सरदार सरोवर बांध 62 प्रतिशत ही भर पाया।
चार साल पहले 40 प्रतिशत खाली रही थी नर्मदा
वर्ष 2017 में नर्मदा में 17 एमएफए पानी ही नर्मदा में था। तब 15 साल बाद ऐसी स्थिति निर्मित हुई थी। नर्मदा तट से जुड़े इलाकों में कम बारिश होने के कारण कई हिस्सों मेें तो नदी काफी संकरी हो गई थी। नर्मदा जल विवाद न्यायाधिकरण के फैसले के अनुसार नदी में वर्षभर प्रवाह कायम रखने के लिए 8 एमएफ पानी छोडऩा आवश्यक है,ताकि पेयजल और सिंचाई के लिए पानी मिल सके। अभी भी इतना पानी बांधों से नदी में छोड़ा जा रहा है।
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