img-fluid

ठप पड़ी नर्मदा-शिप्रा लिंक परियोजना में छोड़ा पानी, 460 करोड़ रुपए की योजना हुई फिजूल साबित

March 04, 2025

इंदौर। अग्रिबाण ने पिछले दिनों यह मामला भी उजागर किया था कि जिस 460 करोड़ रुपए की नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना लाई गई वह फिलहाल ठप पड़ी है और नर्मदा का पानी शिप्रा में इस परियोजना के जरिए नहीं छोड़ा जा रहा है। तमाम योजनाओं के लिए भू-अर्जन का विरोध कर रहे किसानों ने इस मुद्दे को भी उठाया और उनकी मांग रंग लाई और अभी इस परियोजना में फिर से पानी छोड़ा गया। हालांकि किसानों ने सांवेर और हाटपीपल्या क्षेत्र में भी पानी उपलब्ध कराने की मांग की है।

किसान नेता हंसराज मंडलोई ने एक जानकारी में बताया कि किसानों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन को मां नर्मदा का पानी शिप्रा में छोडऩे के लिए मजबूर होना पड़ा और यह प्रक्रिया लगातार जारी रहे। अन्यथा किसानों को इस मामले पर भी आंदोलन करना पड़ेगा। किसान नेता का यह भी आरोप है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री ने वाहवाही लूटने के लिए 460 करोड़ रुपए की नर्मदा-शिप्रा लिंक परियोजना बनाई, जो कुछ ही वर्षों बाद ठप पड़ गई। जो थोड़ा-बहुत पानी इंदौर-देवास के किसानों को मिल रहा था वह भी बंद हो गया। अभी फिर से पानी छोड़ा गया है।


उज्जैनी से उज्जैन तक पाइप लाइन के जरिए पानी ले जाया गया, जिसके चलते इंदौर और देवास जिले के किसान मुंह ताकते रह गए। अब किसानों ने फिर चेतावनी दी है कि इस परियोजना को लगातार चलाया जाए और साथ ही इंदौर और देवास जिले के किसानों को पानी देने के साथ-साथ सांवेर विधानसभा और हाटपीपल्या विधानसभा क्षेत्र के किसानों को भी उनके हिस्से का पानी उपलब्ध कराया जाए। किसान नेता मंडलोई ने अग्रिबाण को भी धन्यवाद दिया। पिछले दिनों नर्मदा-शिप्रा लिंक परियोजना के ठप पडऩे का मामला उजागर किया था। यह भी उल्लेखनीय है कि अभी कान्ह और सरस्वती नदी का पानी शिप्रा में ना मिले इसके लिए भूमिगत सुरंग बनाई जा रही है और इसके जरिए सीधा गंभीर डेम में पानी छोड़ा जाएगा, ताकि क्षिप्रा में गंदा और प्रदूषित पानी ना मिल सके और सिंहस्थ में होने वाला स्नान शुद्ध और साफ पानी से हो सके। 10 साल पहले बनी नर्मदा-शिप्रा लिंक परियोजना अब वैसे भी फिजूल ही साबित हुई है। अब देखना है प्रशासन कब तक पानी छोड़ता रहेगा।

Share:

  • कई भिखारी रोजगार से जुड़े, भीख मांगने वाले हाथ बना रहे हैं होलिका दहन के उपले और मालाएं

    Tue Mar 4 , 2025
    हाथ फैलाने वाले अब हाथों से काम करने वाले बने, नशे की लत से भी छुटकारा इंदौर। एक तरफ प्रशासन ने इंदौर में भीख मांगने पर प्रतिबंध लगाया और साथ ही भीख देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की। दूसरी तरफ कई भिखारियों को उज्जैन के सेवाधाम भी भिजवाया तो जो छोटे बच्चे भीख […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved