
नई दिल्ली: दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो फ्लाइट (Indigo Flight) की को भीषण टर्बुलेंस (Turbulence) के कारण 21 मई को श्रीनगर में इमरजेंसी लैंडिग (Emergency Landing) करानी पड़ी थी. यह फ्लाइट जब अमृतसर के ऊपर से गुजर रही थी, तब पायलट ने हल्का टर्बुलेंस महसूस किया. पायलट ने टर्बुलेंस से बचने के लिए लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (Air Traffic Control) से कुछ समय के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र (Airfield) के उपयोग की इजाजत मांगी, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया. अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (Directorate General of Civil Aviation) ने कहा कि जब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं होती तब तक दोनों पायलट प्लेन नहीं उड़ा पाएंगे.
इस बात की जांच की जा रही है कि पाकिस्तान ने पहलगाम नरसंहार के बाद से ही अपनी एयर स्पेस को पूरी तरह से भारतीय विमानों के लिए बंद कर रखा था तो पायलट को पाकिस्तान के नोटम के बारे में जानकारी क्यों नहीं थी? नोटम के दौरान अगर पाकिस्तान इस विमान को मार गिराता तो अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के तहत पाकिस्तान पर मुकदमा चलाने भी मुश्किल पड़ जाता. पठानकोट के बेहद करीब अमृतसर एयरपोर्ट पर पायलट ने लैंडिंग की कोशिश क्यों नहीं की? वे विमान को आसमान में ही उड़ाने पर क्यों अड़ रहे?
दिल्ली-श्रीनगर उड़ान के दौरान इंडिगो की यह फ्लाइट पठानकोट के पास ओलावृष्टि और बेहद तेज हवाओं का सामना करना पड़ा था. हालांकि विमान को सभी यात्रियों के साथ सुरक्षित लैंडिंग करा लिया गया था. डीजीसीए ने कहा कि पायलट ने उड़ान मार्ग पर खराब मौसम के कारण मार्ग बदलने की मंजूरी मांगी थी, लेकिन लाहौर के हवाई क्षेत्र में जाने की इजाजत नहीं दी गई.
नियामक के अनुसार, चालक दल ने शुरू में वापस लौटने का प्रयास किया, लेकिन जब वे तूफानी बादलों के करीब थे तो उन्होंने खराब मौसम में ही आगे बढ़ने का फैसला किया. तृणमूल कांग्रेस का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल विमान में सवार थे, जिनमें डेरेक ओ ब्रायन, नदीमुल हक, सागरिका घोष, मानस भुनिया और ममता ठाकुर शामिल थे.
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