
नई दिल्ली। सफर करना ज़िंदगी के सबसे बड़े सुखों में से एक है। लेकिन कितनी भी अच्छी प्लानिंग कर लें, कभी-कभी चीज़ें गड़बड़ा ही जाती हैं। खोया हुआ सामान, फ्लाइट कैंसिल होना, अचानक बीमार पड़ जाना या इवैक्यूएशन जैसे हालात आपके ड्रीम वेकेशन को एक बुरे सपने में बदल सकते हैं।
ऐसे समय में ट्रैवल इंश्योरेंस आपकी आर्थिक सुरक्षा कवच बनकर सामने आता है। ये आपको नई जगहों की यात्रा करते समय आत्मविश्वास देता है कि अगर कुछ गलत हुआ, तो आप अकेले नहीं हैं।
चाहे आप बिजनेस कॉन्फ्रेंस के लिए उड़ान भर रहे हों या किसी शांत हॉलिडे डेस्टिनेशन की ओर जा रहे हों, यह जानना जरूरी है कि ट्रैवल इंश्योरेंस कैसे काम करता है। तो चलिए जानते हैं आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इंश्योरेंस प्लान लेने से पहले।
ACKO India जैसे कुछ इंश्योरेंस प्रोवाइडर डिजिटल-फर्स्ट, फ्लेक्सिबल पॉलिसीज़ देते हैं, जो डेस्टिनेशन और ट्रिप की अवधि के हिसाब से कस्टमाइज़ की जा सकती हैं। टेक-सेवी लोगों के लिए यह बेहद सुविधाजनक होता है।
यह जानना जरूरी है कि आपकी पॉलिसी में क्या-क्या शामिल है ताकि क्लेम के वक्त आपको कोई सरप्राइज न मिले। कवरेज हर कंपनी और पॉलिसी पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यत: ये कवर होते हैं:
| कवरेज टाइप | क्या शामिल होता है |
| मेडिकल खर्च | इमरजेंसी हॉस्पिटलाइजेशन, सर्जरी, ओपीडी, वतन वापसी का खर्च |
| पर्सनल एक्सिडेंट | ट्रिप के दौरान एक्सिडेंटल डेथ या विकलांगता पर मुआवज़ा |
| ट्रिप कैंसिलेशन | वैध कारणों से ट्रिप कैंसिल होने पर नॉन-रिफंडेबल खर्च का रिफंड |
| ट्रिप डिले / इंटरप्शन | अतिरिक्त होटल या ट्रांसपोर्ट खर्च का रिफंड |
| पासपोर्ट या डॉक्युमेंट लॉस | नए डॉक्युमेंट बनवाने में सहायता और रिफंड |
| बैगेज लॉस / डिले | सामान खोने या देर से आने पर मुआवज़ा |
| पर्सनल लायबिलिटी | अगर आप किसी को चोट या नुकसान पहुंचाते हैं तो उसका खर्च |
टिप: हर बार पॉलिसी के इनक्लूजन और एक्सक्लूजन को ध्यान से पढ़ें ताकि बाद में कोई कन्फ्यूजन न हो।
आपके ट्रैवल फ्रीक्वेंसी, मकसद और डेस्टिनेशन पर निर्भर करता है कि कौन-सी पॉलिसी आपके लिए सही है:
| प्लान टाइप | किसके लिए सबसे उपयुक्त |
| सिंगल ट्रिप पॉलिसी | एक बार ट्रैवल करने वाले यात्री |
| मल्टी-ट्रिप पॉलिसी | जो साल में कई बार ट्रैवल करते हैं |
| स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस | पढ़ाई के लिए विदेश जा रहे छात्र |
| सीनियर सिटीजन ट्रैवल प्लान | बुजुर्गों के लिए, जिनको अधिक मेडिकल कवरेज चाहिए |
| ग्रुप ट्रैवल इंश्योरेंस | एक साथ ट्रैवल कर रही फैमिली या टीम के लिए |
ट्रैवल इंश्योरेंस “वन साइज फिट्स ऑल” नहीं होता। सही निर्णय लेने के लिए इन बातों को ज़रूर देखें:
कोई भी प्लान कितना भी कॉम्प्रिहेन्सिव क्यों न हो, कुछ चीज़ें सामान्य रूप से एक्सक्लूड रहती हैं:
याद रखें: पॉलिसी की फाइन प्रिंट पढ़ना बेहद जरूरी है ताकि बाद में कोई सरप्राइज न मिले।
आपका इंश्योरेंस प्लान तभी काम आएगा जब आप कुछ जरूरी सावधानियां रखें:
प्रीमियम कई बातों पर निर्भर करता है—जैसे आपकी उम्र, ट्रैवल डेस्टिनेशन, ट्रिप की अवधि और प्लान टाइप। नीचे एक सामान्य रेट लिस्ट है:
| यात्री प्रकार | प्रीमियम रेंज (लगभग) |
| स्टूडेंट (90 दिन) | ₹2,000 – ₹4,500 |
| व्यस्क (15 दिन का सिंगल ट्रिप) | ₹500 – ₹1,500 |
| सीनियर सिटीजन (15 दिन) | ₹1,500 – ₹3,500 |
| मल्टी-ट्रिप (सालाना प्लान) | ₹5,000 – ₹10,000+ |
टिप: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से प्लान कम्पेयर करें ताकि आपको कवरेज और कीमत का सही संतुलन मिले।
ट्रैवल इंश्योरेंस एक ऐसा खर्च है जो ज़रूरत के वक्त आपको तनाव और पैसा बचा सकता है। जैसे-जैसे ट्रैवल ज्यादा अनिश्चित होता जा रहा है—हेल्थ अडवाइज़रीज़, ग्लोबल घटनाएं और दूसरी परेशानियों की वजह से—वैसे-वैसे इंश्योरेंस सिर्फ एक ऑप्शन नहीं बल्कि ज़रूरी जरूरत बन गया है।
चाहे पहली बार ट्रैवल कर रहे हों या बार-बार उड़ान भरते हों—एक सही इंश्योरेंस प्लान आपकी यात्रा को सुरक्षित, स्मूथ और स्ट्रेस-फ्री बनाता है।
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