
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है. उनके और उनके परिवार के खिलाफ की गई ट्रोलिंग से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. हालांकि, राजनीतिक नेताओं, पूर्व राजनयिकों और सिविल सेवा संगठनों ने एकजुट होकर उनका समर्थन किया है. इस मामले पर अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी प्रतिक्रिया दी है.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपने बयान में कहा, “भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी के परिवार, विशेष रूप से उनकी बेटी के खिलाफ किए गए निंदनीय ऑनलाइन दुर्व्यवहार की राष्ट्रीय महिला आयोग कड़े शब्दों में निंदा करता है. विदेश सचिव की बेटी की व्यक्तिगत संपर्क जानकारी शेयर करना गंभीर रूप से गैर-जिम्मेदाराना काम है. यह गोपनीयता का गंभीर उल्लंघन है, जो उनकी सुरक्षा को खतरे में डालता है.”
बयान में आगे लिखा है, “जैसे देश के वरिष्ठतम सिविल सेवकों के परिवार के सदस्यों पर इस तरह के व्यक्तिगत हमले न केवल अस्वीकार्य हैं, बल्कि नैतिक रूप से भी अक्षम्य हैं. हम सभी से शालीनता, सभ्यता और संयमित व्यवहार का आग्रह करते हैं. आइए, हम इससे ऊपर उठें!”
भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौते के कुछ ही देर बाद ऑनलाइन यूजर्स विक्रम मिसरी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रोल करने लगे. कई यूजर्स ने उनके एक्स अकाउंट पर जाकर पुरानी पोस्ट्स पर भद्दे कमेंट्स किए, जिसके बाद उन्होंने अपना एक्स अकाउंट प्राइवेट कर लिया, जिसका मतलब है कि अब सिर्फ लिमिटेड लोग ही उन्हें फॉलो कर पाएंगे. बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था, जिसके बाद वे लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए देश को अपडेट दे रहे थे.
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