img-fluid

चीन को चेतावनी देते हुए ताइवान के राष्ट्रपति बोले- हम झुकेंगे नहीं

September 12, 2025

ताइपे । चीन का विस्तार (Expansion of China) विश्व के लिए खतरा है। यह बात ताइवान के राष्ट्रपति विलियम लाइ (Taiwan’s President William Lai) ने कही। उन्होंने चेतावनी दी कि चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति और कूटनीतिक प्रभाव न केवल ताइवान, बल्कि वैश्विक स्तर पर खतरा है। लाइ ने कहा कि ताइवान, प्रतिरोध और ताकत के माध्यम से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति की रक्षा के लिए लोकतांत्रिक सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेगा। ताइपे टाइम्स के अनुसार, लाइ ने कहा कि बीजिंग जानबूझकर वैश्विक व्यवस्था को बदलने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने बेल्ट एंड रोड पहल, एशिया इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक और युआन के अंतर्राष्ट्रीयकरण के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि यह लोकतांत्रिक देशों द्वारा संचालित नियम-आधारित व्यवस्था को बदलने की रणनीति का हिस्सा है।

उन्होंने चेतावनी दी कि ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास, रूस के साथ संयुक्त अभ्यास और प्रथम द्वीप श्रृंखला से आगे तैनाती जैसी चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियां उसकी महत्वाकांक्षाओं को दर्शाती हैं, जो ताइवान से कहीं आगे तक फैली हैं। लाइ ने कहा कि अगर ताइवान को चीन के सामने आत्मसमर्पण करना पड़ा, तो यह उसके विस्तार को और बढ़ावा देगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य की स्थिरता वैश्विक सुरक्षा और व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है, जहां से हर साल 2.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य की वस्तुओं का आवागमन होता है।


ताइपे टाइम्स के अनुसार, लाइ ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं, विशेष रूप से सेमीकंडक्टर, आईसीटी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में ताइवान के महत्व को रेखांकित किया और इस बात पर जोर दिया कि यह द्वीप अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर निर्भर होने के बजाय उसका अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने चीन से बातचीत अपनाने, ताइवान की संप्रभुता का सम्मान करने और टकराव से बचने का आग्रह किया। इस दौरान उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बीजिंग की मांगों के सामने झुककर शांति नहीं स्थापित की जा सकती। लाइ ने अगले साल ताइवान के रक्षा खर्च को जीडीपी के 3.32 प्रतिशत तक बढ़ाने और 2030 तक इसे 5 प्रतिशत तक ले जाने की योजना की घोषणा की।

राष्ट्रपति ने व्यापार में विविधता लाने के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला और चीन पर आर्थिक निर्भरता कम करने के लिए दक्षिण पूर्व एशिया, जापान और अमेरिका के साथ हुए समझौतों का उल्लेख किया। अपनी 17 राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीतियों का बचाव करते हुए लाइ ने कहा कि ये रणनीतियां चीनी जासूसी, राजनीतिक घुसपैठ और दुष्प्रचार अभियानों जैसे खतरों का मुकाबला करने के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि आत्मरक्षा उकसावे का नाम नहीं है। ताइवान लोकतांत्रिक देशों के साथ खड़ा रहेगा, आक्रामकता को रोकेगा और ताकत के जरिए शांति सुनिश्चित करेगा।

Share:

  • मंत्री ने अमेरिका के साथ संबंधों पर क्या कहा? केंद्र में ताइवान

    Fri Sep 12 , 2025
    बीजिंग ।चीनी विदेश मंत्री वांग यी (Chinese Foreign Minister Wang Yi) ने अमेरिका के साथ संबंधों को ‘दो विशाल जहाजों’ की संज्ञा दी, जो बिना दिशा भटके या गति खोए आगे बढ़ने चाहिए। उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ फोन पर बातचीत में कहा कि दोनों देशों को अपने नेताओं के रणनीतिक मार्गदर्शन […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved