
नई दिल्ली: नेपाल (Nepal) में प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, राष्ट्रपति (President) समेत देश के तमाम बड़े नेताओं के घरों को आग के हवाले किया जा रहा है और जमकर तोड़फोड़ हो रही है. प्रदर्शनकारी किसी भी हाल में पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि ये प्रदर्शन सिर्फ सोशल मीडिया बैन को लेकर नहीं हैं, बल्कि मौजूदा सरकार के भ्रष्टाचार और नेपोटिज्म की नीति को लेकर हैं. इस पूरे आंदोलन में एक नाम बार-बार सामने आ रहा है, जिसे इस पूरे प्रदर्शन का सूत्रधार बताया जा रहा है. इस शख्स का नाम सुदन गुरुंग है.
नेपाल में प्रदर्शन का बारूद लगातार सुलग रहा था, इसे बस इंतजार था एक चिंगारी का… केपी ओली सरकार ने सोशल मीडिया पर बैन लगाया तो इस मुद्दे ने बारूद पर चिंगारी लगाने का काम कर दिया. फैसला आते ही हामी नेपाल नाम के एक संगठन ने युवाओं को संगठित करने का काम शुरू कर दिया. 36 साल के सुदन गुरंग ही इस संगठन के लीडर हैं. सुदन गुरुंग ने मौका देखते हुए युवाओं तक अपनी बात पहुंचाई और फिर जो हुआ वो पूरी दुनिया देख रही है.
सुदन गुरुंग के एनजीओ का रजिस्ट्रेशन 2020 में हुआ है. इसमें इन्हें सोशल एक्टिविस्ट बताया गया है. गुरुंग का संगठन नेपाल में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं और तमाम तरह की कठिनाइयों में मदद करने का दावा करता है. गुरुंग का ये संगठन युवाओं में काफी पॉपुलर है, यही वजह है कि उनकी एक आवाज पर हजारों युवा सड़कों पर उतर आए.
वीडियो जारी कर रखी मांगें
गुरुंग लगातार इस प्रोटेस्ट को मोबेलाइज करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने अब एक वीडियो जारी कर अपनी मांगे रखी हैं. इससे पहले भी वो ऐसे वीडियो पोस्ट करते रहे हैं, जिन्होंने प्रदर्शन की आग को भड़काने का काम किया. गुरुंग ने ये मांगें सामने रखी हैं –
प्रधानमंत्री केपी ओली को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने हमारे काफी भाइयों और बहनों को मार डाला है. इसलिए इस सरकार के पास सरकार में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
सरकार से जुड़े सभी प्रांतीय मंत्रियों को भी तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. हमारे भाइयों को गोली किसने मारी? नीचे से लेकर ऊपर तक हर कोई जिम्मेदार है. इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. नेपाल युवाओं की एक अंतरिम सरकार का गठन किया जाए.
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