मुंबई। केरल के निकाय चुनाव (Kerala local body elections) में इस बार बड़ा बदलाव देखने को मिला है। इस बार तिरुवनंतपुरम नगर निगम (Thiruvananthapuram Municipal Corporation) में बीजेपी ने वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) को करारी शिकस्त देते हुए नगर निगम की सत्ता हथिया ली है। एलडीएफ यहां पिछले चार दशकों से काबिज था। माना जा रहा है कि केरल की राजधानी में वाम मोर्चे को बड़ा झटका मिला है और यह केरल में परिवर्तन की शुरुआत है। इस चुनाव में केरल की पहली महिला आईपीएस अधिकारी ने बड़ी जीत दर्ज की है।
मेयर बनाने को लोकर जब श्रीलेखा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी का जो भी फैसला होगा, उन्हें स्वीकार होगा। उन्होने कहा, हमें पता चला है कि संस्थामंगलम वॉर्ड में आज तक किसी ने इतने ज्यादा अंतर से चुनाव नहीं जीता। मैं इस फैसले के लिए जनता को धन्यवाद देती हूं। उन्होंने कहा, मेरी उम्मीदवारी के ऐलान के बाद से ही एलडीएफ और कांग्रेस मेरी आलोचना कर रही थी। दोनों ने मेरे बारे में बुरा भला कहने में हदें पार कर दीं। मुझे खुशी है कि जनता ने उनको जवाब दे दिया है।
बता दें कि शनिवार को निकाय चुनाव के परिणाम आए हैं। 101 सदस्यों वाले तिरुवनंतपुरम नगर निगम में बीजेपी सबसे बड़ी पर्टी बनकर उभरी है। बीजेपी ने 50 वॉर्ड में जीत हासिल की है। वहीं सीपीआईएम- की अगुआई वाले एलडीएफ को 29 सीटें ही मिली हैं। कांग्रेस की अगुआई वाले यूडीएफ को 19 सीटों पर जीत हासिल हुई है।
कौन हैं आर श्रीलेखा?
रिटायरमेंट के बाद वह राजनीति में ऐक्टिव होने लगीं। उन्होंने कई बार ऐक्टर दिलीप पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को खारिज किया। इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल मामकूटाथिल पर केस दर्ज करने में हुई देरी पर भी वह सवाल उठाती रहीं। अक्टूबर 2024 में वह औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो गईं। अब चर्चा है कि बीजेपी उन्हें तिरुवनंतपुरम का मेयर बना सकती है।
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