वाशिंगटन। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सऊदी अरब के मदीना को ‘स्वस्थ शहर’ के रूप में मान्यता दी है। सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि इस्लाम धर्म के दूसरे सबसे पवित्र स्थल मदीना को 80 अंक हासिल हुए। स्वास्थ्य मंत्री फहद अल-जलाजेल ने WHO का सर्टिफिकेट मदीना के गवर्नर प्रिंस सलमान बिन सुल्तान को सौंपा, जिसके लिए गुरुवार को एक खास समारोह आयोजित किया गया था। इस मौके पर प्रिंस सलमान ने कहा कि मदीना की यह उपलब्धि बेहद अहम है। यह सऊदी अरब सरकार की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो लोगों के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है।
प्रिंस सलमान ने कहा कि मदीना क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास मॉडल बनता जा रहा है, जो सऊदी विजन 2030 के टारगेट की झलक है। जेद्दा के बाद मदीना मध्य पूर्व का दूसरा सबसे बड़ा स्वस्थ शहर बन गया है। WHO की मान्यता पाने के लिए किसी शहर को 80 मानदंड पूरे करने होते हैं। इनमें पार्क, पैदल चलने की जगहें, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और स्कूल के जरिए स्वास्थ्य पर जोर देना शामिल है। सऊदी अरब के 14 अन्य शहरों को भी डब्लूएचओ से यह मान्यता मिल चकी है। इनमें ताइफ, तबूक, अद-दिरियाह, उनैजा, जलाजेल, अल-मंदक, अल-जुमुम, रियाद अल-खुबरा और शरूरा शामिल हैं।
मदीना को मदीना मुनव्वरा के नाम से भी जाना जाता है। सऊदी अरब के हिजाज क्षेत्र में स्थित यह एक पवित्र शहर है, जहां पैगंबर मुहम्मद ने अपने जीवन का अंतिम समय बिताया। मदीना में मस्जिद-ए-नबवी को पैगंबर की मस्जिद कहा जाता है, जो इस्लाम के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों में से एक है। इस मस्जिद में पैगंबर की कब्र भी है, जिसे रौजा-ए-रसूल कहा जाता है। शहर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व इसे हर साल लाखों हज यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाता है। मदीना के आधुनिक हिस्से को तीर्थयात्रियों की सुविधा के हिसाब से तैयार किया गया है। यह शहर सऊदी अरब के पश्चिमी भाग में है, जो मक्का से लगभग 340 किलोमीटर उत्तर में पड़ता है।
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