मुंबई। दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) के मेट गाला डेब्यू पर इस साल करोड़ों फैंस की नजरें रहीं। इस ग्रांड इवेंट में दिलजीत का रॉयल लुक और उनका अंदाज लोगों का दिल जीत ले गया। दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) ने अब एक इंटरव्यू में बताया कि जब उन्होंने पहली बार अपने लुक के बारे में सोचा तो उनकी आंखों में आंसू थे। पंजाबी सिंगर-एक्टर दिलजीत दोसांझ ने मेट गाला में उनके डेब्यू से जुड़ा एक किस्सा भी सुनाया कि कैसे अनजाने में शकीरा ने उनकी कृपाण इवेंट में ले जाने में मदद की। बता दें कि दिलजीत अभी अपनी फिल्म सरदारजी-3 को लेकर चर्चा में हैं।
दिलजीत को था इस बार पर पूरा विश्वास
बातचीत में दिलजीत दोसांझ ने कहा कि वह एक बात हमेशा से जानते थे कि जब भी वह मेट गाला में कार्पेट पर वॉक करेंगे तो सबकी नजरें उन्हीं पर होंगी। दिलजीत ने बताया, “मैं जानता था कि जब मैं जाऊंगा तो कोई और नहीं दिखेगा। चाहे वो मुझे कम दिखाएं, लेकिन जब मैं जाऊंगा तो कोई नहीं दिखेगा। मुझे हमेशा से इस बात पर यकीन था कि जब मैं जाऊंगा तो मैं किसी राजा की तरह दिखूंगा। जब मैं कार्टियर शोरूम गया तो मैंने उनसे पूछा- क्या आप मुझे एक नेकलेस देंगे।”
दिलजीत दोसांझ ने कहा, “यह हमारा ही है, बस आपने हमसे ले लिया है। उन्होंने मुझसे वादा किया कि वो मुझे भेज देंगे, लेकिन फिर वह किसी प्रदर्शनी में अटक गया तो वो नहीं भेज पाए। जब मैंने अपने लुक के बारे में सोचा तो मैं रो पड़ा। कि मैं पंजाब के झंडे के साथ एक आउटफिट पहनूंगा जिस पर गुरुमुखी में लिखा होगा। यह मेरे लिए बहुत बड़ा विचार था। यह बड़ी बात नहीं थी कि मैं वहां गया था, जरूरी यह था कि पंजाब वहां पहुंचा था, कि यह पगड़ी वहां पहुंची थी। यह विचार मुझे रुलाने के लिए काफी था।”
कृपाण लेकर कैसे इवेंट में पहुंचे दिलजीत?
दिलजीत ने बताया कि कैसे शकीरा ने उनकी कृपाण मैनेज करने में उनकी मदद की। दिलजीत दोसांझ ने बताया कि उन्हें बताया गया कि वह कृपाण लेकर इवेंट में नहीं जा सकते हैं। ऐसे में उन्होंने इजाजत मांगी कि क्या वह कृपाण के साथ कम से कम बैकस्टेज तस्वीरें खिंचवा सकते हैं? जल्दबाजी में चीजें प्लान के मुताबिक नहीं हो सकीं और दिलजीत हाथ में कृपाण लेकर बस बैठे हुए थे। उन्होंने सोचा कि कोई मांगेगा तो ही वह इसे देंगे। दिलजीत दोसांझ ने बताया, “शकीरा मुझसे आगे थीं, उनकी ड्रेस में ढेर सारी मेटल पिन्स और ऐसी चीजें लगी हुई थीं।”
शरीका ने अनजाने में इस तरह कर दी मदद
दिलजीत दोसांझ ने बताया, “कोई भी उसके पीछे नहीं जाना चाहता था क्योंकि वह एक बहुत बड़ी स्टार है। लेकिन मुझे लगा कि इसमें कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि वह मेरे ग्रुप में थी। तो जब वो मेटल डिटेक्टर से गुजर रही थी, तो वह बजा क्योंकि उसमें तमाम सारा मेटल लगा हुआ था, मेरे हाथ में कृपाण थी और मैं भी उसी वक्त उसके साथ निकल गया। मैंने सोचा कि अगर पकड़े गए तो हम दोनों ही पकडे़ जाएंगे वरना नहीं। मैंने अपनी कृपाण अपने चोगे में रखी हुई थी। उन्होंने शकीरा की जांच की लेकिन मेरी नहीं की।”
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