मुंबई। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की सबसे शानदार एक्ट्रेस मानी जाने वाली मीना कुमारी (Meena Kumari) का आखिरी वक्त बुरा गुजरा। किसी जमाने की टॉप एक्ट्रेस को अपने आखिरी के दिनों में अपना बंगला (Bungalow) बेचना पड़ा था। उस समय ऐसी खबरें थीं कि एक्ट्रेस का दिवालिया होने की वजह से उन्हें अपना सबसे कीमती बंगला जो उन्होंने अपने हाथों से सजाया है वो पैसों की तंगी की वजह से दूसरी एक्ट्रेस मुमताज को बेचना पड़ा था। लेकिन अब सालों बाद मुमताज ने खुद मीना कुमारी के बंगले की सच्चाई से पर्दा उठाया है।
बीमारी की वजह से शूटिंग में देरी
1972 में प्रोड्यूसर सावन कुमार टाक अपनी सबसे अच्छी दोस्त में एक मीना कुमारी के साथ फिल्म बना रहे थे ‘गोमती के किनारे’। इस फिल्म में मुमताज भी थीं। लेकिन मीना कुमारी की बार-बार तबीयत बिगड़ने की वजह से फिल्म की शूटिंग में देरी हो रही थी। यही कारण था कि एक्ट्रेस के अच्छे दोस्त और प्रोड्यूसर के पैसे खत्म हो गए। ऐसे में मीना कुमारी मदद के लिए सामने आई और अपने जमा पैसे दे कर प्रोड्यूसर की मदद की। उसी दौरान ये खबरें भी सामने आई कि मीना कुमारी का दिवालिया हो गया है। इसी वजह से उन्हें अपना बंगला मुमताज को बेचना पड़ा। लेकिन अब खुद मुमताज ने सच बताया।
मीना कुमारी की आखिरी सांस
मीना कुमारी को अपनी मौत का आभास हो गया था। इसलिए फिल्म की रिलीज से पहले ही मार्च 1972 में उन्होंने आखिरी सांस ली। फिल्म ‘गोमती के किनारे’ नवंबर 1972 में रिलीज हुई।
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