
जम्मू । मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Chief Minister Umar Abdullah) ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन (Tourism in Jammu-Kashmir) को पुनर्जीवित करने के हरसंभव प्रयास करेंगे (Will make every effort to Revive) ।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राष्ट्रीय टूर ऑपरेटरों को संबोधित करते हुए बैसरन की घटना के बाद पर्यटन को पुनर्जीवित करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आपकी यहां उपस्थिति साहस को दर्शाती है। आप सबसे कठिन समय में हमारे साथ खड़े रहे और हम फिर से वापसी करेंगे।” उन्होंने कहा कि पहलगाम में विशेष कैबिनेट बैठक के दौरान आगामी अमरनाथ यात्रा की व्यवस्था और पहलगाम सहित अन्य जगहों पर पर्यटन को फिर से शुरू करने पर चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि घरेलू पर्यटन से रिकवरी को बढ़ावा मिलता है। जब परिवार और छात्र फिर से पिकनिक स्पॉट पर जाएंगे, तो अंतरराष्ट्रीय पर्यटक भी आएंगे। आइए उस लहर का निर्माण करें। अब्दुल्ला ने याद किया कि कैसे मुंबई और गुजरात के समूहों ने 1990 के दशक की शुरुआत में घाटी में पर्यटन को फिर से शुरू किया था। उन्होंने कहा, “26 पीड़ितों के परिवारों को सांत्वना देने के लिए कोई शब्द नहीं हैं। हम केवल उनकी याद में अपना सिर झुकाते हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह केवल एक नियमित प्रशासनिक अभ्यास नहीं था, बल्कि एक स्पष्ट संदेश था – हम आतंक के कायराना कृत्यों से भयभीत नहीं हैं। शांति के दुश्मन कभी भी हमारे संकल्प को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। जम्मू और कश्मीर दृढ़, मजबूत और निडर है।” इसके अलावा, सीएम ने अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का आकलन करने के लिए बेताब घाटी से नुनवान बेस कैंप का दौरा किया। इस दौरान जम्मू-कश्मीर में इको-टूरिज्म और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए अचानक साइकिल यात्रा भी की।
उल्लेखनीय है कि विशेष कैबिनेट बैठक आयोजित करने का निर्णय मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा शनिवार को पहलगाम आतंकी हमले से बुरी तरह प्रभावित जम्मू-कश्मीर पर्यटन क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए दोहरे दृष्टिकोण का प्रस्ताव देने के दो दिन बाद आया है। इसमें उन्होंने केंद्र से कश्मीर से सार्वजनिक उपक्रमों और संसदीय समिति की बैठक आयोजित करने का आदेश देने का आग्रह किया था।
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