
नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पहले पाकिस्तान अमेरिका से सहानुभूति बटोरने में लगा रहा। अब उसने सऊदी अरब के साथ भी डिफेंस डील की है। इस डील में पाकिस्तान ने सऊदी अरब को परमाणु हथियार देने की बात कही है। हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद सलमान के साथ एक बैठक में डील पर अंतिम मुहर लगाई थी।
डील होने के बाद पाक के रक्षा मंत्री ने भारत को गीदड़ भभकी दी है। पाक के रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर भारत के साथ युद्ध होता है, तो उसमें पाक का साथ सऊदी अरब भी देगा। पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से एक पत्रकार ने सवाल किया कि क्या अगर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है, तो सऊदी अरब इसमें पाकिस्तान का साथ देगा। इस पर ख्वाजा आसिफ ने दावा करते हुए कहा कि बिल्कुल, इसमें कोई शक की बात नहीं है।
सऊदी अरब के साथ परमाणु समझौते पर बात करते हुए पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि हमले के इस समझौते का इस्तेमाल किसी हमले के लिए नहीं, बल्कि रक्षा के लिए किया गया है। बता दें कि सऊदी अरब ने पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को आर्थिक मदद की थी। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के पास करीब 170 परमाणु हथियार हैं। यह हथियार भारत के 172 हथियारों के लगभग बराबर हैं।
रक्षा मंत्री ने बात करते हुए कहा कि न तो सऊदी अरब ने किसी खास देश का नाम लिया और न ही हमने किसी का नाम लिया। परमाणु डील पर बात करते हुए आसिफ ने कहा कि यह बस एक अम्ब्रेला है जो दोनों को मिला है, जिसमें नियम है कि किसी एक पर भी हमला होता है तो दोनों मिलकर उसका जवाब देंगे। कहा कि यह कोई ‘आक्रामक समझौता नहीं’, बल्कि ‘रक्षा व्यवस्था’ है।
हाल ही में इजराइल ने दोहा में हमला किया था। इसमें 6 अन्य लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद दोहा में मुस्लिम देशों के कई नेता इजराइल के खिलाफ इकट्ठा हुए थे। इस दौरान पाकिस्तान ने NATO जैसी जॉइंट फोर्स बनाने का सुझाव दिया था। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री मोहम्मद इशाक डार ने कहा था कि न्यूक्लियर पावर पाकिस्तान इस्लामिक समुदाय के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाएगा।
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