
नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी(Bharatiya Janata Party) के अध्यक्ष के चुनाव(election of the president) को लेकर स्थिति अभी साफ नहीं हुई है। वहीं, संगठन में भी बदलाव के आसार(chances of change) हैं। फिलहाल, ये नियुक्तियां कब तक होंगी, अभी साफ नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि प्रक्रिया आने वाले कुछ दिनों में रफ्तार पकड़ सकती है। इसकी वजह RSS यानी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत का दिल्ली दौरा है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर सकते हैं।
संघ के 26 अगस्त से 28 अगस्त तक चलने वाले शताब्दी समारोह के लिए भागवत दिल्ली पहुंचे हैं। खास बात है कि यह एक महीने में दूसरी बार दिल्ली यात्रा है।भाजपा के एक सूत्र ने कहा, ‘सभी की नजरें आरएसएस प्रमुख और प्रधानमंत्री की संभावित मुलाकात पर टिकी हुईं हैं।’ फिलहाल, बैठक होगी या नहीं यह साफ नहीं है।
सूत्र ने अखबार को बताया, ‘संभावनाएं हैं कि आरएसएस और भाजपा का शीर्ष नेतृत्व केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव, संगठन में फेरबदल पर बात कर सकता है, जिसमें भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति राज भवनों में बदलाव शामिल है।’
खास बात है कि पीएम मोदी 29 अगस्त से चार दिनों के विदेश दौरे पर रवाना हो रहे हैं। वह 1 या 2 सितंबर को वापस लौटेंगे और इसके कुछ दिन बाद ही पितृ पक्ष शुरू हो जाएंगे। अब आमतौर पर राजनीतिक दल इस दौरान नियुक्तियों पर जोर नहीं देते हैं। अब अगर ऐसा होता है, तो नियुक्तियां और आगे भी बढ़ सकती हैं। एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा था कि भाजपा बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है।
शिवराज सिंह चौहान से मिले भागवत
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर जारी अटकलों पर मंगलवार को कहा कि उन्होंने इस बारे में कभी सोचा भी नहीं है और ना ही उनसे किसी ने कहा है। यहां एक संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से उनकी कथित मुलाकात और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर उनके नाम की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर शिवराज चौहान ने कहा कि वर्तमान में वह कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री हैं और ‘पूजा’ की तरह इस कार्य को कर रहे हैं।
भाजपा के मौजूदा अध्यक्ष जे पी नड्डा का कार्यकाल करीब दो साल पहले समाप्त हो गया था। उसके बाद उनके कार्यकाल को विस्तार मिला। भाजपा के संविधान के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है।
साल 2014 में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद अमित शाह को तीन साल के लिए पार्टी अध्यक्ष बनाया गया था। साल 2017 में फिर से तीन साल के लिए अमित शाह को इस पद के लिए चुना गया। इसके बाद साल 2020 में नड्डा पार्टी अध्यक्ष बने।
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