
नई दिल्ली । दुनियाभर (around the world)में हर साल 4 फरवरी विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day 2025) के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य (the purpose of celebrating)लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता (Cancer Awareness)बढ़ाने और इस बीमारी से लड़ने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयासों को मजबूत करना है। कैंसर आज दुनिया भर में मौत के सबसे बड़े कारणों में से एक है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में भारत में कैंसर के 14,96,972 मामले दर्ज (Cancer Cases in India) किए गए थे। अनुमान है कि 2040 तक भारत में कैंसर के मामले दोगुना होंगे। विश्व कैंसर दिवस का उद्देश्य न केवल लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना है, बल्कि इसके बचाव, उपचार और रोकथाम के लिए मिले-जुले प्रयासों को बढ़ावा देना भी है।
विश्व कैंसर दिवस का इतिहास
विश्व कैंसर दिवस मनाने की शुरुआत 4 फरवरी 2000 को पेरिस में हुई थी। बता दें, इसकी स्थापना यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) ने की थी, जो कैंसर के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी अंतरराष्ट्रीय संगठन है। इस दिन कैंसर से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम, सेमिनार, वर्कशॉप और जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं।
विश्व कैंसर दिवस का महत्व
विश्व कैंसर दिवस को मनाने के पीछे का उद्देश्य कैंसर से जुड़े सभी कारकों के बारे में लोगों को जागरूक करना है और उन्हें इस बीमारी से बचने के लिए सही जानकारी और संसाधन उपलब्ध कराना है। बता दें, विश्व कैंसर दिवस का प्राथमिक लक्ष्य कैंसर के कारण होने वाली बीमारी और मृत्यु को काफी हद तक कम करना है।
विश्व कैंसर दिवस 2025 की थीम
विश्व कैंसर दिवस को मनाने के लिए हर साल एक थीम रखी जाती है। साल 2025 की थीम ‘यूनाइटेड बाय यूनीक’ रखी गई है। इस थीम को रखने का उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि कैंसर सिर्फ इलाज से नहीं बल्कि लोगों के साथ से जीतने वाली एक लड़ाई है, जिसे हमें जड़ से खत्म करना है।
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