ढाका। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (donald trump) ने 70 से अधिक देशों पर 10% से 41% तक के टैरिफ (Tariff) की घोषणा की है। यह घोषणा 1 अगस्त की समय सीमा से ठीक पहले की गई। ट्रंप की घोषणा के बाद बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने इसे अपनी कूटनीतिक सफलता करार देते हुए भारत पर तंज कसा है। दरअसल अमेरिका ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने की पुष्टि की है। वहीं पड़ोसी बांग्लादेश पर 20 फीसदी टैरिफ लगाया है जोकि भारत के 5 फीसदी कम है। यही वजह है कि बांग्लादेश खुशी मना रहा है और भारत पर तंज कस रहा है।
ट्रंप की नई टैरिफ नीति
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें 70 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू की गई हैं। ये टैरिफ न केवल आयात शुल्क में बदलाव को दर्शाते हैं, बल्कि व्यापार असंतुलन, गैर-टैरिफ बाधाओं और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को संबोधित करने की अमेरिकी नीति का हिस्सा हैं। इस नीति के तहत, बांग्लादेश को 20% टैरिफ दर मिली है, जो इसके प्रमुख कपड़ा क्षेत्र के प्रतिस्पर्धियों जैसे श्रीलंका, वियतनाम, पाकिस्तान और इंडोनेशिया (19% से 20% टैरिफ) के बराबर है। वहीं, भारत को 25% टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वह अमेरिका के साथ व्यापक व्यापार समझौता करने में ‘विफल’ रहा। अन्य देशों में दक्षिण अफ्रीका पर 30%, कनाडा पर 35%, और स्विट्जरलैंड पर सबसे अधिक 39% टैरिफ लगाया गया है।
भारत पर 25% टैरिफ: यूनुस सरकार का तंज
बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में भारत का जिक्र करते हुए कहा कि भारत अमेरिका के साथ व्यापक समझौता करने में असफल रहा, जिसके कारण उसे 25% टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है। यह बयान कूटनीतिक रूप से असंयमित माना जा रहा है, क्योंकि इसमें भारत की कथित ‘असफलता’ पर तंज कसा गया है। बांग्लादेश ने इस बात पर जोर दिया कि उसने अपने कपड़ा निर्यात की प्रतिस्पर्धात्मकता को बनाए रखने के लिए रणनीतिक रूप से बातचीत की, जबकि भारत को उच्च टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने इस टैरिफ की घोषणा के बाद संतुलित रुख अपनाया है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने कहा, “हम इस घोषणा के प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं। भारत अमेरिका के साथ निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपने किसानों, उद्यमियों और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं।” मंत्रालय ने हाल ही में यूनाइटेड किंगडम के साथ हुए मुक्त व्यापार समझौते का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि 25% टैरिफ से भारत के कई प्रमुख निर्यात क्षेत्र प्रभावित होंगे, जिनमें फार्मास्यूटिकल्स, हीरे, कपड़े, चाय और मसाले शामिल हैं। 2024 में भारत और अमेरिका के बीच कुल वस्तु व्यापार 129.2 अरब डॉलर था, जिसमें भारत का निर्यात 87.4 अरब डॉलर था। इस टैरिफ से भारतीय उत्पाद अमेरिकी बाजार में महंगे हो जाएंगे, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता कम हो सकती है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश को राहत
ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान के साथ तेल भंडार विकास को लेकर एक समझौता किया, जिसके तहत पाकिस्तान पर टैरिफ 29% से घटाकर 19% कर दिया गया। बांग्लादेश पर भी टैरिफ 35% से घटाकर 20% किया गया। इन देशों को दी गई राहत ने भारत के साथ व्यापारिक रिश्तों में तनाव की आशंका को और बढ़ा दिया है।
ट्रंप ने पहले संकेत दिया था कि भारत पर 20-25% टैरिफ लग सकता है, लेकिन अंतिम फैसले में 25% टैरिफ शामिल किया गया। हालांकि आदेश में रूसी सैन्य उपकरण और ऊर्जा की खरीद के कारण भारत पर लगने वाले ‘‘जुर्माने’’ का उल्लेख नहीं है। भारत पर रूस से खरीद पर जुर्माना लगाने की घोषणा ट्रंप ने पहले की थी।
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