
इन्दौर। शहर के अलग-अलग 6 इलाकों में डेंगू के नए मरीज सामने आए हैं। डेंगू पीडितों में 1 नाबालिग सहित 3 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। इलाज के बाद सभी मरीज स्वस्थ हैं। जिन मरीजों की जांच रिपोर्ट पर उनके एड्रेस मतलब पते मिले, वहां डेंगू स्क्वाड टीम भेज लार्वा की जांच कर नष्ट करने की कार्रवाई की गई।
मलेरिया अधिकारी ने बताया कि शहर के विजय नगर, भोलाराम नगर और भोलाराम उस्ताद मार्ग, चंदन नगर में 4 और 2 अन्य जगह डेंगू मरीज पाए जाने की रिपोर्ट एमजीएम मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब से मिली है। रिपोर्ट में जिन मरीजों के निवास के सही पते लिखे थे, वहां तत्काल टीम भेजकर उनके निवास स्थल सहित आसपास डेंगू लार्वा की जांच की गई, मगर डेंगू जांच रिपोर्ट में 2 अन्य मरीज ऐसे थे, जिन्होंने एड्रेस सिर्फ इंदौर लिखवाया था, इसलिए वह मरीज अज्ञात है, जबकि नियम अनुसार मरीज का ब्लड सैम्पल लेते वक्त से लेकर जांच रिपोर्ट में मरीज का मोबाइल नम्बर और घर का पता लिखना अनिवार्य है।
यह शासन-प्रशासन के निर्देश हैं, मगर अक्सर मलेरिया विभाग को डेंगू की जो जांच रिपोर्ट मिलती है, उसमें मरीजों के या तो कभी सही पते नहीं होते या फिर उनका मोबाइल नम्बर तक नहीं लिखा होता है। इस वजह से मलेरिया विभाग दोनों मरीजों को ढूंढने और लार्वा सम्बन्धित कार्रवाई करने पर खुद को असहाय पाता है। इस मामले में जिला स्वास्थ्य विभाग कई बार एमजीएम माइक्रो लैब प्रभारी मनीष पुरोहित को लिखित पत्र दे चुका है, मगर इसके बावजूद ऐसी गम्भीर गलतियां बार-बार दोहराई जा रही हैं, जबकि शासन के निर्देश हैं कि जहां भी डेंगू मरीज पाए जाते हैं, वहां टीम को भेजकर लार्वा और संभावित मरीजों की जांच जरूरी है।
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