मुंबई। महाराष्ट्र में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इस बीच मराठी भाषा का मुद्दा (Marathi issue) एक बार फिर गरम हो रहा है। ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनी ‘एमेजॉन’ (Online marketing company amazon) मामले में मनसे प्रमुख राज ठाकरे को दिंडोशी अदालत में हाजिर रहने की नोटिस मिलने के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने आक्रामक रुख अख्तियार किया है। मनसे नेता अखिल चित्रे ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ‘एमेजॉन’ को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
अखिल की मानें तो दूसरे अन्य ई-कॉमर्स की वेबसाइट्स ने इनकी बात मानी पर अमेजन की तरफ से कोई पॉजिटिव जवाब नहीं मिला रहा था। जिसके बाद मनसे ने आक्रामक भूमिका निभाई और अमेजन ने फिर इसका जवाब देते हुए मनसे के लोगों पर कानूनी कार्रवाई करना शुरू कर दिया। इस सबके बाद शुक्रवार को मनसे ने बहुत ही आक्रामक भूमिका निभाई। कई जगहों पर तोड़फोड़ की गई। वहीं इसके बाद आज अमेजन ने मनसे नेता अखिल चित्रे से बातचीत की और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे से माफी मांगी।
अखिल चित्रे ने बताया कि आज अमेजन के पदाधिकारी और उनके बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत हुई है। जिसमें उन्होंने मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे से माफी मांगी और अमेजॉन के हर प्लेटफॉर्म पर जल्द ही मराठी भाषा का ऑप्शन देने की बात की। चित्रे की माने तो अमेजन ने उन्हें ईमेल के माध्यम से यह बताया कि वो जल्दी ही मराठी भाषा का ऑप्शन अपने वेबसाइट और एप्लिकेशन पर ला रहे हैं।
मनसे सचिव अखिल चित्रे ने कहा है कि ‘एमेजॉन’ को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। राज ठाकरे को नोटिस भिजवाने वाले को सह्याद्री का पानी पिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मनसे अपनी भूमिका पर अडिग है। एमेजॉन को यह नहीं भूलना चाहिए कि उसे महाराष्ट्र में व्यवसाय करने दिया जा रहा है।