
इंदौर । इंदौर पुलिस (Indore Police) ने दो ऐसे बदमाशों (gangsters) को पकड़ा है जिन्होंने कुछ ऐसा ही किया है जो हैरान करने वाला है. क्योंकि बीकाम की पढ़ाई कर रहे ये दोनों आरोपी बेहद ही तेज है लेकिन दोनों ने रास्ता ऐसा चुना जिसके चलते अब दोनों को जेल की हवा खानी पड़ रही है.
नकली आधार कार्ड में बनाते थे दोनों
दरअसल, इंदौर की बाणगंगा थाना पुलिस द्वारा पकड़े गे दोनों आरोपी महज 150 रुपए में नकली आधार कार्ड (fake aadhar card), आयुष्मान कार्ड, पेन कार्ड और लायसेंस बना रहे थे. इतना ही नहीं आरोपियों ने नकली सरकारी दस्तावेज बनाने की दुकान ही खोल रखी थी. फरियादी राम सांखला की शिकायत पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए दोनों आरोपियों के पास से पुलिस ने कंप्यूटर को जब्त किया है. जिसमें से 500 से ज्यादा नकली कार्ड मिले हैं.
10 मिनट में बना देते थे कार्ड
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी बहुत शातिर थे, दोनों छात्र महज 10 मिनिट में किसी का भी आधार कार्ड, मार्कशीट, पैन कार्ड, लाइसेंस और आयुष्मान कार्ड बना देते है. असली जैसे दिखने वाले इन नकली कार्डों को कोई पहचान भी नहीं सकता.
इस तरह दोनों को पकड़ा
पुलिस ने बताया कि मामला बाणगंगा थाना छेत्र के शांति नगर का है, जहा दोनों छात्र प्रियांशी ऑनलाइन नाम से एक दुकान चला रहे थे. दोनों छात्र प्रदीप ओर अजय बीकॉम के छात्र है और प्रिंट पोर्टल एप्लिकेशन की मदद से मात्र 150 रुपये में दस्तावेज तैयार कर देते थे. जब पुलिस को इसकी शिकायत मिली तो पुलिस ने अपने मुखबिर को दोनो छात्रों के पास भेजा तो छात्रों ने महज 150 रुपये में फर्जी आधार कार्ड बनाकर दे दिया. जिसके बाद पुलिस ने दोनों छात्रों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने जब उनके कंप्यूटर जब्त किए और उसकी छानबीन की तो 500 से ज्यादा नकली कार्ड उसमें मिले हैं.
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी इंदौर के ही रहने वाले हैं. दोनों ने गूगल से एक ऐप डाउनलोड किया है, जिसके बाद दोनों ने नकली कार्ड बनाने का काम शुरू कर दिया. पुलिस ने बताया कि दोनों ने पैसों के लालच में यह काम शुरू किया है. फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है.
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