
काबुल। सर्दियां आने वाली हैं. ऐसे में तालिबान(Taliban) की चिंताएं और परेशानी बढ़ती जा रही है. दरअसल, अफगानिस्तान में सर्दी काफी तेज (Winter gets very cold in Afghanistan) पड़ती है. कई इलाकों में तापमान माइनस डिग्री से भी कम (temperature less than minus degree) पहुंच जाता है. तालिबान(Taliban) के पास अभी देश को चलाने के लिए संसाधनों और पैसे की काफी कमी (Lack of resources and money) है. अमेरिका (America) और अंतरराष्ट्रीय समुदाय (international community) ने तालिबान(Taliban) के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान की संपत्ति पर होल्ड लगा रखा है. तालिबान के पास सत्ता तो है, लेकिन संसाधन नहीं. इसलिए कई महीनों तक चलने वाली सर्दियों का मौसम में वह जनता को कैसे रखेगा इसकी चिंता उसे सता रही है. तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान आर्थिक और मानवीय संकट का सामना कर रहा है. यहां लोगों के पास न खाना है और न ही कपड़े. ऐसे में तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जल्द आर्थिक मदद की गुहार लगाई है.
तालिबान की अफगानिस्तान की संपत्ति पर पहुंच नहीं
अमेरिका ने अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में करीब 146 बिलियन डॉलर खर्च किया था, जिसमें अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा बलों के प्रशिक्षण और समर्थन पर 89 बिलियन डॉलर शामिल है. लेकिन 15 अगस्त को तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद अमेरिका समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय, जिनमें वर्ल्ड बैंक और आईएमएफ भी शामिल हैं, ने अफगानिस्तान के 9.5 बिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति और लोन पर होल्ड लगा दिया था. अंतरराष्ट्रीय मदद के बिना अब अफगानिस्तान में तालिबान सरकार आर्थिक संकट से जूझ रही है.
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