img-fluid

प्रतिबंधों में ढील के बीच सबरीमाला मंदिर में श्रद्धालुओं को डुबकी लगाने की मिली इजाजत

December 11, 2021


तिरुवनंतपुरम । केरल सरकार (Kerala govt.) ने शनिवार को सभी सबरीमाला तीर्थयात्रियों (Devotees) को रविवार से सबरीमाला मंदिर (Sabarimala temple) में भगवान अयप्पा के दर्शन (Darshan of Lord Ayyappa) के लिए चढ़ाई करने से पहले पवित्र डुबकी लगाने की इजाजत दे दी (Allowed to take a dip) है। 16 नवंबर से शुरू हुआ दो महीने का मंदिर सत्र दिसंबर के अंतिम सप्ताह में कुछ दिनों के अवकाश के साथ जनवरी 2022 के तीसरे सप्ताह में खत्म हो जाएगा।


अब तक, इस मौसम में, पवित्र डुबकी की अनुमति नहीं थी और कई प्रतिबंध थे। शनिवार को जारी निर्देशानुसार तीर्थयात्री अब अपनी इच्छानुसार कोई भी मार्ग ले सकते हैं। अभी तक एक ही रास्ता खुला था। राज्य के देवसोम मंत्री के राधाकृष्णन ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के साथ बातचीत के बाद इन सभी प्रतिबंधों को कम कर दिया था। तीर्थयात्री अब मंदिर की पहाड़ी की चोटी पर 12 घंटे रह सकते हैं और जरूरतमंदों को कमरे भी दिए जाएंगे।
इस सप्ताह की शुरूआत में, मंदिर के ‘तंत्र’, कंतरार महेश मोहनारू ने आशा व्यक्त की कि चीजें जल्द ही ठीक हो जाएंगी, ताकि मंदिर में सभी पारंपरिक अनुष्ठान हो सकें। इस सीजन में भक्तों की रोजाना संख्या को अधिकतम 30,000 तक सीमित करने का निर्णय लिया गया है, जो या तो प्री-बुक किये जाएंगे या स्पॉट बुकिंग की जाएंगी, जिसके लिए काउंटर खोले गए हैं।मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, अब तक 16 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने अपनी मंदिर यात्रा की प्री-बुकिंग कर ली है।

तीर्थयात्रा को आसान बनाने की कोशिश करते हुए, केरल सरकार एक नया निर्देश लेकर आई है और 10 साल से कम उम्र के सभी बच्चों को कोविड टेस्ट (आरटी-पीसीआर) से छूट दी गई है।हालांकि, निर्देश में कहा गया है कि बच्चों के साथ जाने वाले बुजुर्गों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चे कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें और उनके पास मास्क हो, एक सैनिटाइजर हो और यह सुनिश्चित करें कि सामाजिक दूरी बनी रहे।
आदेश में यह भी कहा गया है कि बच्चों के स्वास्थ्य के मुद्दों के लिए बड़े जिम्मेदार होंगे।10 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए, सभी को या तो 72 घंटे पहले ली गई निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट ले जानी चाहिए या दोनों टीके लगवाने चाहिए। यह मंदिर, (जो त्रावणकोर देवासम बोर्ड के लिए सबसे अधिक कमाई करने वाला निकाय है) वह निकाय है, जो 2018 के बाद से कुछ वर्षों के लिए दक्षिण केरल जिलों में इस मंदिर और कई अन्य को चलाता है। जहां पिछला सीजन कोविड से बुरी तरह प्रभावित हुआ था, वहीं इस बार सीजन खुलने के बाद अब तक प्रसाद के रूप में ‘अप्पोम’ और ‘अरावण’ (पायसेम) की बिक्री और प्रसाद के रूप में 22 करोड़ से ज्यादा रुपये से अधिक आ चुके हैं।

Share:

  • जंगली हाथियों को भगा रहे वन कर्मियों की हवाई फायरिंग में 2 साल के बच्चे की मौत, मां घायल

    Sat Dec 11 , 2021
    असम(Assam) में हाथियों के झुंड को भगाने के लिए वन विभाग (Forest department) की ओर से की गई फायरिंग में दो साल के एक बच्चे की मौत हो गई जबकि उसकी मां घायल हो गई. महिला को इलाज के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शुक्रवार(Friday) को हुई ये घटना […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved