नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव (presidential election) की तारीखों का ऐलान हो चुका है और अब सत्ता पक्ष (ruling party) और विपक्ष (opposition) के उम्मीदवारों (candidates) को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं। शरद पवार के नाम पर अगर विपक्षी दलों में सहमति बन सकते हैं तो वह उम्मीदवार हो सकते हैं।
राज्य सभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की। वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी का संदेश शरद पवार को दे दिया है कि एक विचारधारा वाली पार्टियां एक प्लेटफॉर्म पर आएं और आगे की रणनीति पर चर्चा करें।
रविवार को संजय सिंह ने पवार से मुलाकात की। वे लगभग आधा घंटा तक साथ थे। सूत्रों का कहना है कि जब संजय सिंह से पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति उम्मीदवारों में पवार का नाम हो सकता है तो उन्होंने जवाब दिया, हम चाहते हैं कि वह चुनाव लड़ें। हालांकि इस बारे में खुद शरद पवार ने कोई टिप्पणी नहीं की। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में उनका भी रवैया सकारात्मक था हालांकि अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
सोनिया गांधी ने खुद ही शरद पवार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस बारे में चर्चा की थी। टीएमसी सुप्रीमो बनर्जी ने 15 जून को दिल्ली में 22 विपक्षी दलों के नेताओं को बुलाकर बैठक करने की योजना बनाई है। इसमें दिल्ली, केरल, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, झारखंड और पंजाब के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। ममता बनर्जी ने 10 राजनीतिक दल कांग्रेस, एनसीपी, आरजेडी, सपा, आरएलडी, को भी न्योता भेजा है।
हालांकि इनमें से कौन बैठक में पहुंचेगा और कौन नहीं पहुंचेगा यह समय ही बताएगा। 15 जून को अरविंद केजरीवाल पंजाब जाने वाले हैं। बता दें कि विपक्षी दलों के पास 5,40,000 वोट हैं। वहीं एनडीए के पास 4,90,000 वोट हैं। बड़ी समस्या यह है कि विपक्षी दल एकजुट रहेंगे या नहीं।
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